उपचुनावों के लिए Congress का टी-30 फार्मूला

स्वतंत्र समय, भोपाल

प्रदेश में कांग्रेस ( Congress ) के सभी 63 विधायक जल्द ही दो हिस्सों में बंटने वाले हैं। हर हिस्से में 30-30 विधायक होंगे। हिस्सा बंटने के बाद कोई भी एक दूसरे के क्षेत्र में दखल नहीं करेगा, लेकिन जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। हर विधायक के हिस्से में बूथों का पॉकेट होगा, अपने बूथों पर एजेंट बनाने से लेकर उन्हें चुनाव तक हर वोटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विधायकों की होगी।

Congress बुदनी और विजयपुर उपचुनाव के लिए बदलेगी रणनीति

असल में अमरवाड़ा में पूरा जोर लगाने के बाद भी अपनी सीट न बचा पाने के बाद कांग्रेस ( Congress ) ने बुदनी और विजयपुर उपचुनाव के लिए रणनीति बदलकर मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। कांग्रेस इस बार भाजपा की तर्ज पर बूथ को मजबूत बनाने पर काम कर रही है। इसके लिए बैठकों का दौर भी शुरू कर दिया गया है। अपने बूथ मैनेजमेंट के काम को दोनों विधानसभा क्षेत्रों में गंभीरता से पूरा कराने की जिम्मेदारी भी विधायकों को बांटी जा रही है। आमतौर पर पार्टी के अधिकांश विधायक उपचुनावों में दूर ही रहते हैं, एक-दो को छोडक़र सारे विधायक चुनावी माहौल में भी बिना काम के बने रहते हैं। संगठन स्तर पर भी उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं रहती। इससे उनके अनुभव का फायदा भी नहीं मिल पाता। मगर इस बार विजयपुर और बुदनी में कांग्रेस अभी से विधायकों को जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। बूथ मैनेजमेंट की कमान अब पार्टी के विधायक ही संभालेंगे। इसके लिए विधायकों की दो टोली बनाकर उन्हें दोनों विधानसभाओं में सक्रिय किया जाएगा। विधानसभा के प्रभारी द्वारा प्रदेश संगठन से चर्चा कर विधायकों को दोनों क्षेत्रों में बांटा जाएगा। विधायकों को ही क्षेत्रों के बूथों की जिम्मेदारी संभालना होगी। सेक्टर-मंडलम के आधार पर बूथ विधायकों को सौंप दिए जाएंगे। ताकि मतदान तक वे अपने बूथों पर ही काम करते रहें। नीचे बूथ तक कमेटियां बनाकर उन्हें घर-घर पहुंचाकर मानीटरिंग करना, नियमित बैठकें लेना इन विधायकों का काम होगा।

30 विधायकों में बंटेगी विधानसभा

कांग्रेस ने फिलहाल बुदनी का प्रभारी पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह को बनाया है, लेकिन विजयपुर सीट खाली होने के साथ ही जेवी ने बुदनी की जगह विजयपुर में दखल बढ़ा दिया है। पिछले दिनों प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी द्वारा बुदनी में ब्लॉक व मंडलम स्तर पर की गई टिफिन पार्टी व बैठकों में भी वे नहीं पहुंचे। उनकी जगह पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ही कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने मंडलम स्तर तक विधायकों व पूर्व विधायकों को तैनात कर दिया है। पिछले सप्ताह सभी 29 मंडलम पर विधायकों ने ही बैठकें लीं। जल्द ही प्रदेश संगठन अब 30-30 फार्मूला लागूकर विधायकों को तैनात कर देगा। ताकि बूथ स्तर तक जमावट हो जाए। यही फार्मूला विजयपुर में भी अपनाया जाएगा। पीसीसी जल्द ही दोनों सीटों के विधायकों की सूची जारी कर सकती है।