स्वतंत्र समय, भोपाल
मप्र सरकार ने मंगलवार को हर विकास खंड में वृंदावन गांव और शहरी इलाकों में गीता भवन ( Geeta Bhawan ) खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट में मोहासा-बाबई और सीतापुर को इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में डेवलप करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि वृंदावन ग्राम योजना में हर विकासखंड से एक ग्राम का चयन किया जाएगा। जिसमें दूध उत्पादन के साथ उद्यानिकी और औषधीय खेती को बढ़ावा देंगे। गोबर आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित करना, गौशाला बनाना, सभी आवासों को सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने, सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था, खेल मैदान, लघु वनोपज के संग्रहण को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग विस्तृत निर्देश जारी करेगा। एक गांव का काम पूरा होने के बाद दूसरे गांवों में ऐसी ही व्यवस्था शुरू की जाएगी।
Geeta Bhawan खोलने शहरी क्षेत्र में आबादी तय नहीं
गीता भवन ( Geeta Bhawan ) सभी नगरीय निकायों में खोले जाएंगे। इसके लिए अभी आबादी तय नहीं की गई है। गीता भवन वैचारिक अध्ययन केंद्र के रूप में काम करेंगे और पठन पाठन की सामग्री देने का काम होगा। धार्मिक कार्यक्रमों के लिए इसे दिया जाएगा। नगरीय आवास और विकास विभाग इसके निर्देश जारी करेगा। कैबिनेट में ग्वालियर में 28 अगस्त को हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव पर भी चर्चा हुई। अब रीजनल समिट सागर और रीवा में भी आयोजित की जाएगी।
4197 करोड़ का सिंचाई प्रोजेक्ट मंजूर
कैबिनेट ने 4197 करोड़ की नीमच जिले की पाइप युक्त सूक्ष्म सिंचाई परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना से एक लाख 8 हजार 600 हेक्टेयर में सिंचाई होगी। नीमच तहसील के 252 गांव और जावद तहसील के 212 गांव को सिंंचाई का लाभ मिलेगा।
महेश्वर में होगी कैबिनेट की अगली बैठक
सीएम डॉ. यादव ने कैबिनेट की औपचारिक बैठक शुरू होने से पहले कहा कि मंत्र्पिरिषद की आगामी बैठक खरगोन जिले के महेश्वर में रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्या देवी के कार्यों से देशवासियों को परिचित कराने के लिए विविध आयोजन किए जाएंगे। लोकमाता अहिल्या देवी ने राजकोष के अलावा स्वयंके कोष से जन-कल्याण के कार्यों को मूर्त रूप दिया। सीएम ने होल्कर परिवार के न्यास (खासगी ट्रस्ट) की व्यवस्था द्वारा पति की तरफ से पत्नी को आय का 25 प्रतिशत अंश प्रदान करने की जानकारी भी दी।
मोहासा, सीतापुर में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पार्क खुलेगा
मोहासा बाबई में रिन्युवल एनर्जी और एनर्जी के लिए मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां स्थापित करने 227 एकड़ जमीन पर 93.50 करोड़ खर्च होगा। इसमें केंद्र 60 प्रतिशत राशि केंद्र और 40 प्रतिशत राज्य देगा। इसमें से 56 करोड़ केंद्र देगा। दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां दस हजार करोड़ का निवेश होगा। इसी तरह मुरैना जिले के सीतापुर का 161.7 एकड़ जमीन पर फुटवियर एसेसरीज और डेवलपमेंट पार्क के रूप में विकास होगा। इस पर 111 करोड़ खर्च होंगे। लेदर एसेसरीज, बैग्स, गारमेंट बनेंगे। 2300 करोड़ का निवेश होगा। एक से दो एकड़ की प्लाट साइज होगी। यहां 3200 लोगों को रोजगार मिलेगा।