मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव के निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. कल देर रात हुए पूनमचंद यादव के निधन की खबर मिलते ही पूरे उज्जैन में गम का माहौल बन गया है. आपको दे कि सीएम मोहन यादव के पिता काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जिसके बाद उन्होंने कल देर रात अंतीम सांस ली.
100 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
सीएम मोहन यादव के पिता की उम्र करीब 100 साल हो चुकी थी. परन्तु बीमार होने की वजह से उन्हें ठीक नहीं किया जा सका और हरसंभव मदद के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका.
कई दिग्गज अंतिम यात्रा में शामिल
पूनमचंद यादव की अंतिम यात्रा में देश-प्रदेश के कई दिग्गज नेता शामिल होने उज्जैन पहुंचे है. इंदौर से भी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय उज्जैन पहुंचे। आपको बता दे कि पिता के अंतिम दर्शन के दौरान भावुक हुए सीएम मोहन यादव को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान गले लगकर ढांढस बंधाते हुए नजर आये.
महाकाल के श्री चरणो मे समाहित हुए CM के पिता
बता दे कि पूनमचंद यादव ने अपना पूरा जीवन महाकाल के सेवा भाव में समाहित रखा. वे एक बहुत अच्छे समाजकारी भी थे. समाज की उन्नति के लिए उन्होंने कई सारे कार्य किये है, जिसके चलते उज्जैन के साथ साथ कई जगह के लोग उनको बहुत अच्छे से जानते थे. सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बना राखी थी. हालांकि बेटे के राजनीति में रहने के बावजूद भी वे कभी राजनीती में नहीं आये.