RGPV घोटाला : ED ने 1 करोड़ 90 लाख रुपए की चल संपत्ति फ्रीज की

स्वतंत्र समय, भोपाल

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ( RGPV ) में सरकारी खजाने की करीब 20 करोड़ रुपए की राशि निजी बैंक खातों में डालने के तार झारखंड के बोकारो और रांची से भी जुड़े हैं। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के अंतर्गत मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने सोमवार और मंगलवार को भोपाल, सोहागपुर, पिपरिया और झारखंड के रांची और बोकारो में आरोपियों से जुड़े विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली।

RGPV के निलंबित रजिस्ट्रार के निवास से जब्त किए दस्तावेज

ईडी ने राजधानी भोपाल में विश्वविद्यालय ( RGPV ) के पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार के चूना भट्टी स्थित आवास और निलंबित रजिस्ट्रार आरएस राजपूत के लेकपर्ल स्थित आवास पर छापा मारा था। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि तलाशी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और चल-अचल संपत्ति का विवरण मिला है, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। तलाशी के दौरान प्रमुख व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए और करीब 1.90 करोड़ रुपए की चल संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया। जांच में घोटाले से जुड़ी नई जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।

एफआईआर के बाद ईडी ने शुरू की जांच

दर्ज एफआईआर और आरोप पत्र के आधार पर ईडी ने पीएमएलए के अंतर्गत मामले की जांच शुरू की थी। इसमें पता चला कि विश्वविद्यालयों की करीब 20 करोड़ की राशि निजी व्यक्तियों और ट्रस्ट के खातों में डायवर्ट की गई थी। ईडी द्वारा बैंक खातों के विश्लेषण में सामने आया है कि विश्वविद्यालय की राशि को संपत्ति, सावधि जमा रसीदों, म्यूचुअल फंड और आभूषणों में निवेश के उद्देश्य से डायवर्ट किया गया था।