स्वतंत्र समय, इंदौर
यशवंत क्लब ( Yashwant Club ) में नई सदस्यता के दावेदार 185 सदस्यों की लिस्ट बनाने के बाद क्लब ने 75 सदस्यों की लिस्ट जारी कर दी है और इन्हें प्रोवीजनल सदस्यता भी दे दी गई है, इसमें कई दागदार चेहरे भी हैं। खैर क्लब मैनेजिंग कमेटी को इससे फर्क नहीं पड़ता। एक बार सदस्यता के विवाद में आए दबाव के बाद कमेटी किसी विवाद में नहीं पड़ रही है और जो भी रसूखदार सामने आया, सभी को फार्म दिए और अब प्रोवीजनल सदस्यता भी दे दी। बाकी उन्होंने बैलेटिंग कमेटी के जिम्मे छोड़ दिया है।
29.50 लाख रुपए की है Yashwant Club सदस्यता
यशवंत क्लब ( Yashwant Club ) के इन सभी सदस्यों ने सदस्यता शुल्क 25 लाख रुपए के साथ ही जीएसटी के 4.50 लाख रुपए यानी कुल 29.50 लाख रुपए जमा करा दिए हैं। सशर्त सभी को प्रोवीजनल सदस्यता प्रदान कर दी गई है। इसमें शहर के कई हाईप्रोफाइल गणमान्य शामिल है, जिसमें बिल्डर, पत्रकार, डॉक्टर, अधिवक्ता सहित सभी वर्ग के लोग हैं।
75 की लिस्ट में ये प्रमुख चेहरे शामिल
पूर्व विधायक संजय शुक्ला के बेटे सागर शुक्ला, एमपीसीजी गुरुसिंघ सभा के मोनू उर्फ हरपाल सिंह भाटिया, पत्रकार हरीश फतेहचंदानी, व्यापमं घोटाले के आरोपी सुरेश भदौरिया के पुत्र मयंक भदौरिया, सुमित आनंद, सुशील सतवानी, लोकायुक्त जांच में उलझे चंद्रावत पराक्रम सिंह, भूमाफिया बॉबी छाबड़ा का बेटा मनवीर सिंह छाबड़ा, रोहित पंडित, हितेंद्र मेहता व अन्य शामिल है।
बैलेटिंग कमेटी भविष्य तय करेगी
इन 75 में से कौन 50 को स्थाई सदस्यता मिलेगी यह अब क्लब की बैलेटिंग कमेटी तय करेगी जिसमें 50 सदस्य होंगे। यह कमेटी मैनेजिंग कमेटी द्वारा गठित होगी जिसमें क्लब के पूर्व पदाधिकारियों के साथ ही वरिष्ठ सदस्यों को लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार इसमें एक तय वोट प्रतिशत पाने वालों को ही सदस्यता दी जाएगी और 25 को बाहर किया जाएगा। यह प्रक्रिया नवंबर माह में होने की बात कही जा रही है।
लिस्ट में कुल 185 नाम, अभी 75 को बनाएंगे सदस्य
लिस्ट में कुल 185 लोगों के नाम है, इसमें से अभी लिस्ट में प्रथम 75 लोगों के इंटरव्यू लेकर प्रोवीजनल सदस्यता दी गई है। अगले साल फिर 25-25 करके और 50 सदस्य बनाए जाएंगे। यानी कुल 185 में से कम दमदार और रसूख वाले 85 सदस्य बाहर हो जाएंगे। इसके लिए बताया गया है कि यह 75 नाम ड्रा करके निकाले गए हैं लेकिन यह सभी मैनेजिंग कमेटी ने बंद कमरे में किया है। वहीं लिस्ट में नाम देखकर ही साफ दिख रहा है कि प्रभावशाली लोगों को महत्व दिया गया है, ताकि आगे जाकर किसी तरह की सदस्यता को लेकर रुकावट नहीं आए।
75 के बाद बाकी लिस्ट में ये हैं
इसके साथ ही लिस्ट में बिल्डर संजय दासौद, विवेक दम्मानी, अमित वाधवानी, नीलेश काबरा, अक्षत चेलावत, कबीर चुग, अजय आसुदानी, अमरिंदर सिंह घुम्मन, डॉ. अजय देसाई, हर्षित चुग, गौरव छाबड़ा व अन्य शामिल है।