स्वतंत्र समय, सूरत
गुजरात में सूरत के सैयदपुरा मोहल्ले में रविवार रात गणेश पंडाल पर पथराव ( stone pelting ) करने वाले आरोपियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार दोपहर करीब 12 बजे इलाके में कई आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा दिया गया।
stone pelting और हिंसा के आरोप में 33 गिरफ्तार
गौरतलब है कि रविवार देर रात 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव ( stone pelting ) किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद आरोपियों के घरवाले सैकड़ों लोगों के साथ प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इलाके में देर रात तक जमकर हिंसा हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस मामले में 33 लोगों को हिरासत में लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस की मौजूदगी में सुबह की आरती भी की गई। इलाके में करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग दूसरे धर्म के हैं। इनमें 2 नाबालिग भी हैं।
कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद…
सैयदपुरा इलाके में वरियावी चा राजा के नाम से मशहूर गणेश प्रतिमा पर 6 युवकों ने पत्थर फेंके। इनमें से 4 वयस्क और 2 नाबालिग हैं। आरोपी एक टेम्पो में सवार होकर आए थे। पथराव के आरोपी भागने लगे, लेकिन आयोजकों ने सभी को पकडक़र पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपियों के परिवार और उनके इलाके के 200 से ज्यादा लोग पुलिस थाने पहुंच गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया। हालात बिगडऩे पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 10 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े।