MP Weather: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जन-जीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने राज्य के सात जिलों में अति भारी बारिश और 21 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राजधानी भोपाल सहित कई अन्य जिलों में पिछले 24 घंटों से *रुक-रुककर तेज और मध्यम बारिश* हो रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण यह भारी बारिश हो रही है। साथ ही, ट्रफ लाइन उमरिया, बीकानेर, गुना, और कोटा के मानसूनी सिस्टम से होते हुए पुरी और बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जिससे मानसून की गतिविधियों में तेजी आई है। इस वजह से अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने के आसार हैं।
इस बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी संभावित आपदा से निपटा जा सके। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर निचले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में। गुजरात के दक्षिणी हिस्से में चक्रवातीय गतिविधियों और प्रदेश में बन रहे मानसूनी सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश में लगातार बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, ट्रफ लाइन इस मानसूनी सिस्टम से होते हुए केरल तक फैली हुई है, और प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में *गहरे कम दबाव का क्षेत्र* जल्द ही पहुंचने वाला है। इस कारण पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अशोकनगर, विदिशा, गुना, रायसेन, हरदा, सीहोर और नर्मदापुरम में अति भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में स्थिति गंभीर हो सकती है और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा, *निवाड़ी, भोपाल, टीकमगढ़, राजगढ़, छतरपुर, बैतूल, सागर, खंडवा, दमोह, देवास, पन्ना, शाजापुर, मंडला, आगर-मालवा, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, नरसिंहपुर, दतिया, जबलपुर, श्योपुर, और कटनी जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है, जिसके लिए *यलो अलर्ट* जारी किया गया है। इन जिलों में भी जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
ग्वालियर में भारी बारिश का दौर जारी है, जहां सुबह से अब तक 8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अब तक सीजन में 802 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। शिवपुरी में बीती रात से लगातार बारिश हो रही है, जिससे अटल सागर बांध के चार गेट खोलने पड़े हैं। टीकमगढ़ में भी तेज बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। बानसूजारा बांध के 12 गेट खोले गए हैं और यहां से 2,000 से 2,500 क्यूसैक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे धसान नदी में जल स्तर 15 से 20 फीट तक बढ़ने की संभावना है। इस वजह से टीकमगढ़-छतरपुर सड़क मार्ग बंद हो गया है।
मध्य प्रदेश के मंडला जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नर्मदा नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे छोटा रपटा पुल डूब चुका है। पुल से करीब 4 फीट ऊपर पानी बह रहा है, और नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए पुल के दोनों ओर बैरिकेट लगाकर आवाजाही बंद कर दी है। बालाघाट जिले में भी भारी बारिश हो रही है। प्रशासन ने संजय सरोवर भीमगढ़ बांध के 5 गेट और राजीव सागर डैम के गेट खोल दिए हैं, जिससे वेनगंगा और बावनथड़ी नदियों में बाढ़ आ गई है। नदी किनारे बसे गांवों के लिए अलर्ट जारी किया गया है और प्रशासन ने लोगों से नदियों के आस-पास न जाने की अपील की है।