स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर के कन्फेक्शनरी कारोबारी ( Confectionery Traders ) केम्को च्यू फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ग्रुप के संजय जैसवानी के पास प्रदेश के एक मंत्री का पैसा फंस गया है। बाजार की भी करोड़ों की देनदारी खड़ी हो गई है। मामला ऐसा फंसा कि अब पूरा ठीकरा केम्को में काम करने वाले सीए के सिर पर फोड़ा जा रहा है और उसे दो दिन बंधक बनाकर भी रखा गया। शिकायत होने पर सीए को पुलिस ने छुड़ाया और थाने पर बैठा लिया।
Confectionery Traders की सीए एसोसिएशन ने बताई सच्चाई
सीए एसोसिएशन ने कन्फेक्शनरी कारोबारी ( Confectionery Traders ) के बारे में पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता से मिलकर कहा कि सीए निशिथ नाहर कन्फेक्शनरी इंडस्ट्री केमको इंडस्ट्रीज के लिए सलाहकार के रूप में काम करता है। केमको के मालिक संजय जैसवानी ने गबन का आरोप लगाकर सीए निशिथ को अपने बसंत बिहार स्थित घर पर 2 दिन बंधक बनाया, कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराए; बुरी तरह प्रताडि़त किया, मोबाइल छीन कर बंद कर दिया एवं भूखा प्यासा रखा। साथी रोहित नागवंशी निशीथ से मिलने गया तो संजय ने रोहित को भी बंधक बना लिया एवं प्रताडि़त किया। ज्ञापन देने में टीपीए के मानद सचिव सीए (डॉ) अभय शर्मा, इंदौर सीए शाखा के अध्यक्ष सीए अतिशय खसगीवाला, रीजनल कौंसिल मेंबर सीए कीर्ति जोशी, सीए एसएन गोयल, सीए शैलेंद्र सोलंकी, सीए आनंद जैन, सीए मौसम राठी, सीए अतिशय जैन, सीए रजत धानुका, सीए स्वर्णिम गुप्ता सहित बड़ी संख्या में सदस्य मौजूद थे।
यह है पूरा मामला
केम्को ग्रुप जो संजय जैसवानी का है इनके साथ भाई विजय जैसवानी, रिश्तेदार नितिन जिवनानी, भांजी कंचन जिवनानी व अन्य जुड़े हुए हैं। कई अलग-अलग पाटर्नर के साथ ग्रुप की अलग-अलग फैक्टरी हैं। इसमें खालसा न्यूट्रिशन, सताना भारत व अन्य है। इसमें प्रदेश के एक मंत्री का भी भारी पैसा लगा हुआ है। ग्रुप ने बीते कुछ सालों में कैको मार्ट के नाम से फ्रेंचाइजी खोली, साथ ही कारोबार को फैलाया। इसके चलते बाजार में देनदारी बढ़ गई। शक्कर वालों की ही 16 करोड़ राशि बकाया है, इसी तरह अन्य कच्ची सामग्री वालों के भी दस करोड़ से ज्यादा बकाया है। उधर केम्को ने एक ग्रुप को अपनी कंपनी का एक हिस्सा बेचा और उससे करोड़ों रुपए उठाए है। लेकिन इस दौरान ग्रुप का काम देनदारी और अधिक फैलाने में ठंडा पड़ गया। घाटे के चलते संबंधित मंत्री ने भी लगे हुए अपने हिस्से में से एक मोटी रकम वापस मांगी। बाकी देनदार भी खड़े हुए हैं। इसी बीच ग्रुप द्वारा खुद के साथ धोखाधड़ी होने की बात बाजार में फैलाई गई और गबन का आरोप लगाकर सीए निशीथ नाहर को अपने घर पर 2 दिन तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ मारपीट की। सीए के परिजन ने जब विजय नगर थाने में शिकायत की तो पुलिस सीए को जैसवानी के निवास से छुड़ाकर तो ले आई, लेकिन जैसवानी को गिरफ्तार करने के बजाय पीडि़त सीए एवं उसके साथी को ही रात भर थाने में बैठाकर रखा।
मेरे करोड़ों रुपए फंस गए क्या मैं पूछूंगा नहीं…
संजय जैसवानी ने कहा कि मैं पुलिस को शिकायत करने जा रहा हूं। मेरी भांजी कंचन और सीए, ऑडिटर निशीथ ने मिलकर 1600 करोड़ रुपए का गबन किया है इसमें मेरे फैक्टरी के कई लोग लिंक है। मेरे साथ धोखाधड़ी हुई है तो क्या मैं अपने सीए, आडीटर से पूछूंगा नहीं कि मेरा पैसा कहां गया? इनके चलते ही दूसरों को पैसा नहीं दे पा रहा हूं, मैंने सिर्फ नौ घंटे पूछताछ की।