बैंक मैनेजर और चपरासी ने किया दस करोड़ का fraud

स्वतंत्र समय, भोपाल

मप्र राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था की दस करोड़ की एफडी को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने अपने चपरासी के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा ( fraud ) कर हड़प लिए। मामले का खुलासा होने पर भोपाल की कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

चपरासी ने fraud कर एफडी की रकम अपने खाते में ट्रांसफर कराई

टीआई काशीराम कुशवाहा के मुताबिक, सुखदेव प्रसाद अहिरवार राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था में पदस्थ हैं। उन्होंने पुलिस को आवेदन दिया था कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में संस्था ने पांच-पांच करोड़ की दो एफडी कराई थी। संस्था ने कई बैंकों में एफडी कराई हुई हैं। इसी बीच उन्हें पता चला कि बैंक की एफडी को किसी ने टुड़वा लिया है। जब उन्होंने पता किया तो पाया कि बैंक में काम करने वाले चपरासी ब्रजेंद्र दास नामदेव ने एफडी की रकम फ्रॉ़ड ( fraud ) कर अपने खाते में ट्रांसफर कराई है।

आवेदन की जांच के बाद की कार्रवाई

इतना ही नहीं जिस समय यह फर्जीवाड़ा हुआ, उस समय बैंक के मैनेजर नोयल सिंह थे। उनके कार्यकाल में ही एफडी कराई गई थी और एफडी भी उनके ही कार्यकाल में तुड़वाई गई। इस मामले का खुलासा होने पर संस्था की तरफ से आवेदन किया गया था। आवेदन की जांच के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। अब पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। मैनेजर अब दूसरी शाखा में चले गए हैं, इसलिए उन्हें पकड़ा नहीं जा सका है। इसके अलावा बैंक का चपरासी भी गायब है।