Anant Chaturdashi 2024: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी का त्यौहार मनाया जाता है। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इसे भगवान विष्णु की पूजा और आराधना का दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। साथ ही, गणेश चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता है।
शुभ मुहूर्त
अनंत चतुर्दशी पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त समय का निर्धारण स्थानीय पंचांग और विशेषत: तिथि के आधार पर किया जाता है। सामान्यतः इस दिन पूजा का सबसे अच्छा समय सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले होता है। अधिक सटीक जानकारी के लिए स्थानीय पंचांग या ज्योतिषाचार्य से संपर्क करना उचित रहेगा।
पूजा और उपाय
1. भगवान विष्णु की पूजा: इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष विधि-विधान से करनी चाहिए। अनंत चतुर्दशी की पूजा में अनंत चतुड़शी व्रत कथा सुनना भी महत्वपूर्ण होता है।
2. अनंत चौड़ा: एक विशेष प्रकार के धागे (अनंत चौड़ा) को भगवान विष्णु की पूजा के दौरान अपने दाहिने हाथ में बांधना चाहिए।
3. गणेश विसर्जन: गणेश चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन विधिपूर्वक करना चाहिए।
4. उपाय:
– जलदान: इस दिन जल का दान करना शुभ माना जाता है।
– व्रत और उपवास: अनंत चतुर्दशी का व्रत और उपवास करना भी लाभकारी माना जाता है।
– दान-पुण्य: गरीबों को वस्त्र, भोजन, और अन्य सामान का दान करें।
– हवन और पूजन: घर में हवन और विशेष पूजा आयोजित करना भी इस दिन के महत्व को बढ़ाता है।
इन उपायों और पूजा विधियों का पालन करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और कष्टों से मुक्ति प्राप्त होती है।