स्वतंत्र समय, इंदौर
प्रसिद्ध पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ ( Diljit Dosanjh ), जो अपनी जबरदस्त परफॉरमेंस और हिट गानों के लिए जाने जाते हैं, जल्द ही अपने दिल-लुमिनाती टूर के तहत इंदौर में एक बड़ा शो करने जा रहे हैं। 8 दिसंबर की शाम को आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम इंदौर के युवाओं के बीच उत्साह का विषय बना हुआ है। हालांकि, यह शो विवादों से अछूता नहीं है, क्योंकि टिकट की ऊंची कीमतें, कालाबाजारी के बाद अब दिलजीत पर खालिस्तान समर्थक होने के आरोप भी हवा पकड़ रहे हैं। ऐसे में शो हो पाएगा या नहीं, यह चर्चा भी जोरों पर है। शो के लिए भले ही युवाओं में क्रेज हो, लेकिन खालिस्तान समर्थक होने के आरोपों और टिकट ब्लैक मार्केटिंग ने इसे विवादों में घेर लिया है।
टिकट की कीमतों ने Diljit Dosanjh फैंस को निराश किया
दिलजीत दोसांझ ( Diljit Dosanjh ) के दिल-लुमिनाती टूर के तहत होने वाले इस कार्यक्रम के टिकट की कीमतों ने फैंस को निराश किया है। टिकट की कीमतें 1499 से 20000 रुपए तक हैं, और इनकी बिक्री शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में टिकट खत्म हो गए। कई युवा टिकट खरीदने से वंचित रह गए, जिससे सोशल मीडिया पर नाराजगी देखी गई। इसके बाद, टिकटों की कालाबाजारी शुरू हो गई, जहां 2000 का टिकट 20000 तक में बेचा जा रहा है, और 6000 का टिकट 40000 तक में। इसको लेकर जमकर हल्ला मच रहा है। शहर के कई युवा इस मामले में विरोध भी जता रहे हैं और इससे शो का नेगेटिव प्रचार हो रहा है। लोगों का कहना है कि वे ऑनलाइन टिकट खरीदने के लिए तैयार थे, लेकिन कुछ ही मिनटों में सारे टिकट बिक गए, जो किसी साजिश का हिस्सा लगता है। अब सोशल मीडिया पर लोग इसे ब्लैक में बेचा जा रहा है, ऐसा कैसे हो रहा है।
चार साल से चल रहा है खालिस्तानी एजेंडे को सपोर्ट करने का विवाद
इस विवाद के साथ ही अब दिलजीत दोसांझ का नाम खालिस्तान समर्थकों के साथ जोडऩे के पुराने विवाद को भी हवा दी जा रही है, जो शो के लिए और भी नेगेटिव पब्लिसिटी कर सकता है। दरअसल 2020 के किसान आंदोलन के दौरान दिलजीत ने खुलकर किसानों का समर्थन किया था, जिसके बाद कई राजनीतिक और सामाजिक समूहों ने उन पर खालिस्तानी एजेंडा का समर्थन करने का आरोप लगाया था। इसमें सबसे पहले कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने 2020 में दिलजीत और अन्य पंजाबी गायकों पर खालिस्तान का प्रचार करने का आरोप लगाया था। बिट्टू के अनुसार, दिलजीत के गानों ने युवाओं को खालिस्तान के पक्ष में भडक़ाया है। खासकर उनके गाने रंगरूट और जैजी बी के पुत जट्टा दा जैसे गानों को युवाओं को उकसाने का जरिया बताया गया। बिट्टू ने इनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की थी। इसके बाद मार्च 2023 में जैसे ही पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ अभियान तेज किया, कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर दिलजीत दोसांझ पर निशाना साधा। उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, पोल्स आ चुकी है, और सीधे तौर पर दिलजीत को खालिस्तान समर्थक बताया। कंगना ने एक और स्टोरी में लिखा, जो लोग खालिस्तानियों का समर्थन कर रहे हैं, उनकी बारी भी जल्द आएगी। देश को धोखा देने या उसे तोडऩे का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कंगना ने यह भी आरोप लगाया कि कई पंजाबी सेलेब्रिटीज़ खालिस्तानी वायरस से संक्रमित हैं और भारत के टुकड़े करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कानून बनाने चाहिए ताकि इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके।
दिलजीत के शो पर होगा असर..?
हालांकि दिलजीत दोसांझ ने खालिस्तान समर्थक होने के आरोपों को हमेशा खारिज किया है। उन्होंने खुद को भारतीय बताया और देश और पंजाब के साथ खड़े रहने की वकालत करते रहे हैं। पर उन्होंने यह भी कहा कि वे हमेशा उन किसानों के हक के लिए खड़े रहे हैं जो अपना जीवन कठिन परिस्थितियों में बिता रहे हैं। हालांकि इस सबके बाद भी उनके आलोचक उन पर खालिस्तानी एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाते रहते हैं। पर अब यह देखना दिलचस्प होगा कि खालिस्तान समर्थक होने के आरोप और टिकट ब्लैक मार्केटिंग का इंदौर में होने वाले शो पर क्या असर पड़ता है। जहां एक ओर दिलजीत के समर्थक बड़ी संख्या में उनके शो में जाने को उत्साहित हैं, लेकिन टिकट न मिलने के चलते निराश हैं, ऐसे में कुछ राजनीतिक और सामाजिक समूहों द्वारा उनके खिलाफ विरोध के स्वर भी उठ सकते हैं। टिकट कालाबाजारी ने पहले ही शो के प्रति फैंस की नाराजगी को बढ़ा दिया है, और यह स्थिति दिलजीत के टूर की छवि पर भी असर डाल सकती है।