तिरुपति मंदिर के प्रसाद (लड्डू) में मछली के तेल और चर्बी की मौजूदगी की लैब रिपोर्ट सामने आने के बाद देशभर में गुस्सा फैल गया है। इसे सनातन धर्म पर हमला माना जा रहा है। इस मुद्दे पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपना गुस्सा व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लिया है और धर्म के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है। विजयवर्गीय का यह रुख दर्शाता है कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना बेहद जरूरी है।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने इस घटना को बेहद दुखद बताया और कहा कि जब उन्होंने यह खबर देखी, तो वे भोजन तक नहीं कर सके। विजयवर्गीय ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें ग्लानि और गुस्सा महसूस हुआ, क्योंकि उन्होंने कई बार तिरुपति का प्रसाद खाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार के कार्य करने वालों को कठोर सजा मिलनी चाहिए, यहां तक कि उन्हें मृत्युदंड देने की आवश्यकता होनी चाहिए। यह बयान धार्मिक भावनाओं के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है।
कैलाश विजयवर्गीय ने बीजेपी के सदस्यता अभियान के बारे में बताया कि मध्य प्रदेश नहीं, बल्कि पूरे देश में इंदौर विधानसभा सदस्यता में नंबर वन है। उन्होंने बताया कि उनके पास 78 हजार का लक्ष्य था, जिसे बढ़ाकर 81 हजार कर लिया गया, जो कि 102 फीसदी है। विजयवर्गीय ने कहा कि विधानसभा में हो रहे कामों के कारण लोग गर्व के साथ बीजेपी का स्वागत कर रहे हैं।
इसके अलावा, उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी टिप्पणी की, कहकर कि वह संवैधानिक पद पर होने के बावजूद परिपक्वता नहीं दिखा रहे हैं, और उनके बयानों से देश की प्रतिष्ठा को ठेस लगती है।