स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर के स्वच्छता ( cleanliness ) मॉडल और काम करने के तरीके को हैदराबाद महापौर ने भी सराहा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव व आयुक्त शिवम वर्मा द्वारा हैदराबाद महापौर श्रीमती गडवाल विजयलक्ष्मी सहित 40 से अधिक पार्षदों से सीटी बस आफिस में सौजन्य भेंट की गई। इस अवसर पर महापौर भार्गव व आयुक्त वर्मा द्वारा हैदराबाद महापौर व अन्य पार्षदों का पुष्पगुच्छ देते हुए, अंगवस्त्र से सम्मान किया गया। इस अवसर पर अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा द्वारा इंदौर के स्वच्छता मॉडल के साथ ही इंदौर के स्वच्छता अभियान का प्रेजेटेशन के माध्यम सेे हैदराबाद महापौर व अन्य पार्षदों को विस्तार से जानकारी दी गई।
महापौर भार्गव बोले- जनआंदन बनाकर स्वच्छता का मॉडल तैयार किया
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि देश के सनातन शहर हैदराबाद के महापौर व अन्य पार्षदो का मां अहिल्या की पुण्य नगरी व देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वागत है, उन्होंने कहा कि इंदौर के स्वच्छता ( cleanliness ) मॉडल को देश के अन्य शहर कॉपी करते है, किंतु इंदौर ने शहर की जागरूक नागरिकों के सहयोग से स्वच्छता को जनआंदन बनाकर अपना स्वच्छता का मॉडल तैयार किया है। महापौर भार्गव ने कहा कि जनसंख्या व क्षेत्रफल के मान से हैदराबाद इंदौर शहर से बड़ा है, फिर भी हैदराबाद ने सर्वप्रथम सीसीटीवी सर्विलेंस पर कार्य किया है, इसके साथ ही इंदौर भी लगातार स्वच्छता में नवाचार करता आया है और अभी भी कुछ नया करना सीख रहा है। अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा व स्वच्छ भारत मिशन की सुश्रद्धा तोमर ने प्रेजेटेशन के माध्यम से इंदौर के स्वच्छता मॉडल के प्रारम्भ से लेकर अंत तक किये गये स्वच्छता अभियान जिनमें स्वच्छता जनभागीदारी, देवगुराडिया टेऊचिंग ग्राउण्ड में कचरे के पहाड को सिटी फॉरेस्ट में बदलना, डोर टू डोर कचरा संग्रहण कार्य, कचरा सेग्रिगेशन, 6 बिन कचरा संग्रहण, होम कम्पोस्टिंग, डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो की मॉनिटरिंग, बायो सीएनजी प्लांट, इंदौर 311 एप, ग्रीन ब्रांड, एसटीपी प्लांट, सिंगल यूज प्लास्टिक, गारबेज फ्री सीटी, सेवन स्टार सीटी, स्वच्छता में लगातार 7 बार स्वच्छ शहर सहित इंदौर के स्वच्छता मॉडल का विस्तार से प्रेजेटेशन दिया गया। इस स्वच्छता अभियान में शहर के जागरूक नागरिको, जनप्रतिनिधियों, मीडिया बंधु सहित अन्य संगठनो के साथ ही निगम के अधिकारी व सफाई मित्रो के सहयोग व अर्थक प्रयास के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
हैदराबाद की महापौर ने इंदौर के काम की तारीफ की
हैदराबाद महापौर श्रीमती गडवाल विजयलक्ष्मी ने कहा कि इंदौर में हमारे पार्षदो के दल ने भ्रमण किया और देखा कि किस प्रकार से इंदौर ने अपना स्वच्छता का मॉडल स्थापित किया है, और उसके लिये इंदौर कितना प्रतिबद्ध है। महापौर श्रीमती विजयलक्ष्मी ने कहा कि इंदौर की सफाई व्यवस्था से हैदराबाद बहुत कुछ सीख सकता है, और वे यहां से मिली सीख को अपने शहर में लागू करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर हैदराबाद पार्षद दल के सदस्यो द्वारा इंदौर ने अपना स्वच्छता का अभियान किस प्रकार से चलाया और इसमें क्यां-क्यां कठिनाईयां आई, उसका समाधान किस प्रकार से किया के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। उन्होने कहा कि नागरिको की सोच को बदलना बहुत ही मुश्किल काम है, उसके लिये इंदौर ने जो कार्य किया है वह सराहनीय है, इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग कैसे मिलता है तथा किस प्रकार से कचरा फैंकने वालो के विरूद्ध कार्यवाही की जाती है। उन्होने कहा कि स्वच्छता के प्रति नागरिको की जवाबदारी व स्वच्छता के प्रति स्वभाव में परिवर्तन करना बहुत बडा टास्क है।
सफाई के काम को भी बताया
हैदराबाद के पार्षद दल द्वारा इंदौर के स्वच्छता मॉडल की तारीफ करते हुए कहा कि इंदौर में इतने त्यौहार मनाये जाते है तथा विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक आयोजन किये जाते है, इस आयोजनों से इंदौर के स्वच्छता अभियान में कोई दिक्कत आती है तो उसका समाधान किस प्रकार से किया जाता है, जिस पर अपर आयुक्त ने बताया कि इंदौर में विभिन्न त्यौहार मनाये जाते है, और उस दौरान अन्य दिनो से ज्यादा कचरा निकलता है, इसके लिये निगम द्वारा विशेष अभियान चलाया जाता है, इसके साथ ही शहर के व्यवसायिक स्थानों पर प्रतिदिन प्रातकाल, सांयकाल व रात्रिकालीन विशेष सफाई अभियान चलाया जाता है। इस पर आयुक्त शिवम वर्मा व अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने कहा कि इंदौर का स्वच्छता मॉडल एक दिन में तैयार नही हुआ है, दिन प्रतिदिन निगम के अथक प्रयास व शहर के जागरूक नागरिको व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से यह मॉडल तैयार हुआ है। शहर के नागरिको की स्वच्छता के प्रति सोच को बदलना भी बडा टास्क था, स्वच्छता को आदत में लाना आवश्यक है, उन्होने कहा कि इंदौर की स्वच्छता को धूमिल करने वालो के विरूद्ध निगम द्वारा स्पॉट फाईन की कार्यवाही की जाती है, साथ ही शहर में यहां-वहां कचरा फेंकने वालो के विरूद्ध कार्यवाही के दौरान प्राप्त कचरे फेंके गये दस्तावेज के आधार पर संबंधित का नाम व पते की जानकारी संग्रह कर निगम द्वारा स्पॉट फाइ्रन की कार्यवाही की जाती है।