मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन ने 1 अक्टूबर को अपने पद पर ज्वाइन नहीं किया है। 30 सितंबर की रात को केंद्र से उन्हें रिलीव किए जाने के बाद उनकी नियुक्ति के आदेश जारी हो गए थे, और यह उम्मीद थी कि वह मंगलवार को पदभार ग्रहण करेंगे। हालांकि, उनकी ज्वाइनिंग को फिलहाल टाल दिया गया है। अभी उनके पदभार ग्रहण करने की नई तारीख की पुष्टि नहीं हुई है।
अनुराग जैन के पदभार ग्रहण न करने के पीछे माना जा रहा है कि इसका कारण श्राद्ध पक्ष हो सकता है। वर्तमान में श्राद्ध चल रहे हैं, जो 2 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ समाप्त होंगे। माना जा रहा है कि इसी कारण से उन्होंने अपनी ज्वाइनिंग को टाल दिया है। श्राद्ध पक्ष के बाद, 3 अक्टूबर से नवरात्रि का प्रारंभ होगा, और उसके बाद उनके पदभार ग्रहण करने की संभावना है।
अनुमान है कि मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव अनुराग जैन नवरात्रि के शुभ अवसर पर, 3 अक्टूबर को अपना पदभार ग्रहण करेंगे। हालांकि, यह बात कि पितृ पक्ष के कारण उन्होंने अभी तक पदभार ग्रहण नहीं किया है, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। पितृ पक्ष से जुड़ी धार्मिक मान्यता यह है कि इस दौरान किसी भी तरह के शुभ या मांगलिक कार्यों को नहीं करना चाहिए। यह माना जाता है कि पितृ पक्ष में शुभ कार्य करने से पूर्वज नाराज हो सकते हैं, और नए कार्यों की शुरुआत इस अवधि में नहीं करनी चाहिए। इस कारण, कई लोग इस समय नए कार्यों की शुरुआत करने से परहेज करते हैं।
29 सितंबर को मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव के पद के लिए राजेश राजौरा का नाम लगभग तय माना जा रहा था। सूत्रों के अनुसार, उन्हें मुख्य सचिव बनाने का आदेश दोपहर बाद जारी होना था। इस बीच, मुख्यमंत्री झारखंड के दौरे पर रवाना हो गए थे। लेकिन दोपहर करीब 12:30 बजे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से मुख्यमंत्री कार्यालय को कॉल आया, जिसमें जानकारी दी गई कि अनुराग जैन को मध्य प्रदेश का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया जाएगा। इसके बाद, दोपहर 2 बजे सामान्य प्रशासन विभाग ने केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) को पत्र भेजकर अनुराग जैन की सेवाओं को मध्य प्रदेश में लौटाने का अनुरोध किया। इसी के साथ, अनुराग जैन का नाम मुख्य सचिव के रूप में तय हो गया।
अनुराग जैन, जो 10 साल पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में संयुक्त सचिव थे, मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में महत्वपूर्ण मंत्रालय, रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद, कमलनाथ सरकार ने उन्हें मध्य प्रदेश में वित्त विभाग का जिम्मा सौंपा था। हालांकि, मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार के साथ जुड़ गए। अनुराग जैन ने दिसंबर 2013 से फरवरी 2014 तक भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्सिम बैंक) के कार्यवाहक अध्यक्ष और कार्यवाहक प्रबंध निदेशक के रूप में भी सेवा दी है, जिससे उनके प्रशासनिक अनुभव और कुशलता का विस्तार होता है।