स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर ( Indore ) के रीजनल डेवलपमेंट और इन्वेस्टमेंट प्लान के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गई है। कंसल्टेंट के काम के सुपरविजन के लिए सीईपीटी यानी सेंट्रल एनवायरनमेंट प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी भोपाल को अधिकृत करते हुए एक समिति का गठन किए जाने का भी निर्णय लिया गया। इसके साथ ही एक टीम बनाई जाएगी। इसमें टाउन एंड कंट्री विभाग के जॉइंट डायरेक्टर, आईडीए के चीफ सिटी प्लानर और कलेक्टर द्वारा नामित एक अधिकारी को शामिल होंगे। ये अधिकारी इस टीम के कामों की समीक्षा करेंगे। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि टीम द्वारा जो प्लानिंग की जा रही है और जो रिपोर्ट बन रही है वह इंदौर की बेहतरी के लिए बने।
50 किलोमीटर के दायरे में Indore डेवलपमेंट का प्लान
इंदौर ( Indore ) शहर और शहर से 50 कि.मी. के दायरे में 29 नगर स्थित है। इनमें से उज्जैन, देवास, महू, पीथमपुर तथा धार प्रमुख हैंं। इनमें से 7 नगरों में निवेश क्षेत्र का गठन किया गया है। पांच नगरों में विकास योजनाएं प्रभावशील है। प्रदेश में सर्वाधिक औद्योगिकीकरण इंदौर में हुआ है। इसके अलावा देवास, पीथमपुर, सांवेर इत्यादि प्रमुख है। उज्जैन नगर महाकाल लोक एवं धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है तो माण्डव पर्यटन के सिए प्रसिद्ध है। यह सभी नगर वाणिज्यिक, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं औद्योगिक गतिविधियों का प्रमुख हब है। इन्दौर विकास योजना 2021 में इन्दौर रीजनल प्लान के 906 गांवों को शामिल करते हुए प्रस्ताव दिए हैं। इसी को रीजनल डेवलपमेंट प्लान का आधार बनाया गया है।
प्रस्तावित प्लान पर एक नजर…
- रीजनल डेवलपमेंट प्लान का क्षेत्रफल 663140 हेक्टेयर है।
- उज्जैन : तीर्थस्थान
- देवास और पीथमपुर : औद्योगिक शहर
- महू : केन्टोनमेंट क्षेत्र
सुनियोजित विकास नियोजनबद्ध तरीके से होगा
बताया गया है कि इंदौर रीजन में 906 गांव तथा 07 मुख्य नगर शामिल किए जाकर, इंदौर रीजन का निर्धारण किया गया है। औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास तथा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से यह आवश्यक है कि इंदौर शहर के पास 7 शहरों को शामिल करते हुए एक रीजनल डेवलपमेंट प्लान बनाए जाने की आवश्यकता है। यह नगरीय विकास को एक नई दिशा देगा और सुनियोजित विकास नियोजनबद्ध तरीके से किया जा सकेगा।