Weather Update : भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 6 से 11 अक्टूबर के बीच देश के 10 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। येलो अलर्ट के अंतर्गत इन राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। जिन राज्यों में यह अलर्ट जारी किया गया है, उनमें प्रमुख रूप से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और गुजरात शामिल हैं।
मौसम विभाग ने चेताया है कि इन राज्यों में बारिश के कारण बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी गई है । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 6 अक्टूबर को असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, और तमिलनाडु में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसी प्रकार, 7 अक्टूबर को केरल, तमिलनाडु, कोस्टल कर्नाटक, और दक्षिण इंटीरियर कर्नाटक में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
यह चेतावनी उन क्षेत्रों में जारी की गई है जहां अगले कुछ दिनों में मौसम की परिस्थितियों के कारण बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है। प्रभावित राज्यों को जलभराव, बाढ़, और यातायात में व्यवधान जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है .
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 8 अक्टूबर को 11 राज्यों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इन राज्यों में केरल, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, और मेघालय शामिल हैं। इसके बाद, 9 अक्टूबर को भी इन ही राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, इन राज्यों में मौसम प्रणाली के सक्रिय रहने के कारण लगातार बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और यातायात बाधित होने की संभावना है। प्रशासन और नागरिकों को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार, 10 अक्टूबर को लक्षद्वीप, केरल, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, असम और मेघालय में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, शुक्रवार, 11 अक्टूबर को भी पांच राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई है, जिनमें लक्षद्वीप, केरल, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय शामिल हैं। मौसम विभाग का यह अलर्ट भारी से अति भारी बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है। संबंधित राज्यों में जलभराव और अन्य मौसमी समस्याओं के चलते सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।