वेदांता लिमिटेड ने भुवनेश्वर स्थित प्रमुख हॉकी टीम कलिंगा लांसर्स का पूर्ण स्वामित्व प्राप्त कर लिया है, जिससे ओडिशा में खेलों को बढ़ावा देने के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता और मजबूत हुई है। यह अधिग्रहण हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के आगामी सीजन से पहले किया गया है, जिसे खेल प्रेमी बेसब्री से प्रतीक्षित कर रहे हैं।
कलिंगा लांसर्स, जो पूर्व एचआईएल चैंपियन है, का सह-स्वामित्व ओडिशा इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आईडीसीओ) और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) के पास था। अब, वेदांता एल्युमीनियम के पास इसका पूर्ण स्वामित्व है, जो टीम की शानदार विरासत को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
वेदांता का लक्ष्य
वेदांता की गैर-कार्यकारी निदेशक और हिंदुस्तान जिंक की अध्यक्षा, सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, “हमने भारत को वैश्विक खेल जगत की महाशक्ति बनाने का संकल्प लिया है। हॉकी में भारत की समृद्धि का इतिहास रहा है, और हाल के ओलंपिक में मिली जीत ने हमारे लिए असीम संभावनाएं खोली हैं। हम कलिंगा लांसर्स का अधिग्रहण करके न केवल इस टीम में बल्कि भारतीय हॉकी के भविष्य में निवेश कर रहे हैं।”
कंपनी ने यह भी बताया कि वे आगामी एचआईएल सीजन के लिए एक मजबूत टीम बनाने की योजना बना रही है। इसके तहत बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, प्रतिभाओं की खोज और जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाएगा ताकि एथलीटों की नई पीढ़ी को बढ़ावा दिया जा सके।
ओडिशा में विकास
वेदांता के ओडिशा में स्थापित व्यवसायों की पहचान मजबूत है, जिसमें झारसुगुड़ा में भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम प्लांट और कालाहांदी में एक अत्याधुनिक एल्युमीना रिफाइनरी शामिल हैं। कंपनी ने राज्य में 100,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन किया है और विभिन्न खनिजों में निवेश के जरिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को बढ़ावा दे रही है।
सस्टेनेबिलिटी और भविष्य
वेदांता का मिशन ओडिशा को खेल उत्कृष्टता का गढ़ बनाना है, और कलिंगा लांसर्स का अधिग्रहण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी भारत में एल्यूमीनियम उत्पादन में लगभग 50 प्रतिशत योगदान करती है और यह अपने सस्टेनेबल कार्य प्रक्रियाओं के लिए जानी जाती है।
निष्कर्ष
इस अधिग्रहण से न केवल ओडिशा में खेलों का विकास होगा, बल्कि यह भारतीय हॉकी के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगा, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का गौरव बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।