विपिन नीमा, इंदौर
कुमेड़ी में लगभग 15 एकड़ जमीन पर बने इंटर स्टेट बस टर्मिनल ( ISBT ) बस स्टैंड पर विश्व स्तरीय व्यवस्था लागू होगी। देश के टॉप 10 बस स्टैंडों में सबसे बड़े बस स्टैंड का खिताब जीतने वाले गुजरात के बड़ोदरा शहर में स्थित बस स्टैंड का संचालन कैसे होता है, बसों की आवाजाही किस तरह से होती है, बस स्टैंड पर यात्रियों की किस तरह से सुविधाएं मिल रही है और बसों का मैनेजमेंट किस तरह होता है इन सारे बिंदुओं पर अध्ययन करने के लिए मंगलवार को आईडीए के अफसरों का एक दल बड़ोदरा के इस बस स्टैंड का दौरा करने जा रहा है।
ISBT टॉप 10 बस स्टैंड में शामिल हो जाएगा
आईएसबीटी ( ISBT ) बस स्टैंड का कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है और जल्द ही इस बस स्टैंड को जनता के लिए चालू कर दिया जाएंगा। बस स्टैंड एक ऐसा माध्यम है जो देश भर में लोगों को जोडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गतिविधि के व्यस्त केंद्रों के रूप में, ये बस स्टैंड विभिन्न क्षेत्रों के लिए प्रवेश द्वार के रूप में काम करते हैं, जिससे प्रतिदिन लाखों यात्रियों की आवाजाही में सुविधा होती है। देश में भारत के शीर्ष 10 सबसे बड़े बस स्टैंड ऐसे है जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। हालांकि देश के इन टॉप 10 बस स्टैंडों में इंदौर का बस स्टैंड भले ही नहीं हो, लेकिन ग्राम कुमेड़ी में बना प्रदेश का सबसे बड़ा आईएसबीटी बस स्टैंड जल्द ही टॉप 10 में शामिल हो जाएंगा। इंदौर का यह बस स्टैंड किसी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से कम नहीं है। यहां से जल्द ही बसों का संचालन शुरु होने वाला है। इसके लिए आईडीए तेजी से काम कर रहा है।
आईडीए का दल बड़ोदरा का बस स्टैंड का करेगा दौरा
जानकारी के मुताबिक ग्राम कुमेड़ी में 15 एकड़ जमीन पर लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से बने आईएसबीटी के संचालन व संसाधरण को लेकर आईडीए के अफसरों का एक दल मंगलवार को देश के सबसे बड़े पांच मंजिला बस स्टैंड का दौरा करने जा रहे है। इस दल में सीनियर इंजीनियर अनिल जोशी, इंजीनियर कपिलदेव भल्ला, भू अर्जन अधिकारी संदीप मीणा तथा आईएसबीटी बस स्टैंड के कंसलेटंट शामिल है। यह दल पीपीपी मॉडल पर संचालित हो रहे बड़ोदरा के बस स्टैंड का अवलोकन कर देखे किस तरह से बसों का संचालन होता है, यात्रियों को क्या क्या सुविधा दी जा रही है, टिकिट विंडो पर किस तरह से काम होता है, इस बस स्टैंड से कितनी बसों का संचालन होता है और दिन भर में कितनी बसें आती है और जाती है, कितने शहरों की कनेक्टिविटी बनी हुई है । कुल मिलाकर बस स्टैंड का संचालन किस तरह से देखा जाएंगा ताकि भविष्य में आईएसबीटी को भी पीपीपी मॉडल पर चलाया जा सके।
ऐसा रहेगा आईएसबीटी का संचालन
आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक आईएसबीटी बस स्टैंड पर 600 बसों का संचालन होगा। आईडीए ने बस स्टैंड शुरु करने के लिए दिसम्बर तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इस बस स्टैंड से सर्वाधिक बसों का संचालन होगा। आईएसबीटी पर बने वातानुकूलित टर्मिनल से 70 हजार यात्री प्रतिदिन सफर कर सकेंगे। यह शहर का पहला बस स्टैंड होगा जो बड़ा होने के साथ वातानुकूलित रहेगा। वर्तमान में बस स्टैंड का निर्माण जारी है और लगभग 85 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को पूरा ध्यान रखा गया है।
ये है देश के टॉप 10 बस स्टैंड…
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बड़ोदरा बस स्टैंड , बड़ोदरा
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केम्पेगोड़ा बस स्टैंड , बैंगलूरु
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चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनल, चेन्नई
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आईएसबीटी कश्मीरी गेट, दिल्ली
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महात्मा गांधी बस स्टैंड हैदराबाद (नया नाम इमलीबुन बस स्टैंड)
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पंडित नेहरु बस स्टैंड, विजयवाड़ा
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एनटीआर बस स्टैंड गुंटूर, आंध्र प्रदेश
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आईएसबीटी आनंद विहार , दिल्ली
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ये सुविधाएं रहेगी बस स्टैंड पर
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बस स्टैंड लगभग 15 एकड़ एरिया में बनाया गया है।
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बस स्टैंड के निर्माण पर लगभग 100 करोड़ रु खर्च किए गए हैं।
बस परिसर पूरी तरह से वातानुकूलित रहेगा…
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प्रतिदिन 600 बसों की आवाजाही रहेगी
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43 प्लेटफार्म बनाए गए है
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37 दुकानें रहेगी
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16 रेस्टारेंट रहेंगे
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25 टिकिट विंडो की व्यवस्था की गई है
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बस स्टैंड को मेट्रो रेल के साथ जोड़ा गया है
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बस से उतरते ही इसी परिसर से ऊपर जाकर मेट्रो स्टेशन रहेगा
ऐसा है बड़ोदरा का बस स्टैंड…
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वडोदरा बस स्टेशन , जिसका उद्घाटन 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
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भारत का सबसे बड़ा बस स्टेशन है।
विकास लागत इस पांच मंजिला इमारत के लिए लगभग 114 करोड़ रुपए…
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दैनिक क्षमता : 800 बसों में 30,000 यात्रियों को सुविधा प्रदान करना।
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वाणिज्यिक परिसर : 400 खुदरा दुकानों वाला एक विशाल परिसर।
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सुविधाएं : एक फूड कोर्ट, 22 दुकानें और एक पिस्सू बाजार।
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भविष्य की योजनाएं : सरकार का इरादा 7 स्क्रीन वाला पीवीआर और लगभग 100 कमरों वाला एक होटल जोडऩे का है।