दीपावली से पहले IDA का गिफ्ट: 7 लाख वाहन चालकों का सफर होगा आसान

स्वतंत्र समय, इंदौर

मुख्यमंत्री मोहन यादव इंदौर विकास प्राधिकरण ( IDA ) के माध्यम से बनाए गए 4 पुल का उद्घाटन आज करेंगे। उनके लिए तत्कालीन प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने साफ कह दिया था कि ये पुल समय से पहले बनना चाहिए। भंवर कुआ, फूटी कोठी, खजराना और लवकुश चौराहे के ब्रिज का जब टेंडर मंजूर किया था तभी चावड़ा ने अफसरों और ठेकेदारों को बुला कर सख्त लहजे में हिदायत दी थी कि ये पुल का काम निर्धारित समय से पहले होना चाहिए। इसके लिए सभी ठेकेदारों को दो शिफ्ट में काम करना पड़ेगा। कौन सा सामान लगने वाला है, इसकी तैयारी पहले से करके रखना पड़ेगी। नगर निगम और बिजली विभाग सहित अन्य विभागों से तालमेल के लिए हर 15 दिन में मीटिंग चावड़ा लेते थे। बाधक धर्मस्थल हटाने के लिए भी सभी पक्षों से बात की। चावड़ा ने अध्यक्ष रहते हुए इन पुल का काम न केवल दिन में बल्कि रात में भी कई बार मौके पर जाकर देखा कि काम चल रहा है या नहीं।

IDA के तत्कालीन चावड़ा बोले थे ब्रिज समय पर बना देना

आईडीए ( IDA ) के तत्कालीन अध्यक्ष चावड़ा ने ठेकेदारों को बार-बार चेतावनी देकर कहा था, समय से पहले बना दिया तो इनाम मिलेगा, यदि एक दिन की भी देरी की तो न केवल पेनाल्टी लगेगी बल्कि ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। मोहन यादव सरकार बनते ही चावड़ा ने मरीमाता चौराहा, महू नाका, रिंग रोड सहित एक दर्जन चौराहे पर पुल बनाने के लिए सर्वे भी कराना शुरू कर दिया था। उसके बाद सरकार ने निगम-मंडल, प्राधिकरण भंग कर दिए तो चावड़ा हट गए लेकिन उनके अध्यक्ष रहते हुए इन सब पुलों के काम 70 फीसदी से ज्यादा हो गए थे। राजनीतिक इच्छा शक्ति के अलावा चावड़ा ने अपनी संगठन पद्धति के अनुसार प्राधिकरण में काम किया जिसके तहत सबको लेकर चलने का काम किया। यही कारण है कि आज लोग चावड़ा को याद कर रहे हैं कि उनके कार्यकाल में प्राधिकरण ने तेजी से काम किए। आईएसबीटी का काम भी तेज करवाया था। इसके अलावा सुपर कॉरिडोर पर कन्वेंशन सेंटर की भी तैयारी शुरू कर दी थी। अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज 4 पुल का लोकर्पण करने वाले हैं तो निश्चित तौर पर चावड़ा का जिक्र होना जरूरी है। जिस तरह से मधु वर्मा ने आईडीए अध्यक्ष रहते हुए सुपर कॉरिडोर जैसे कई काम किए, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। मधु वर्मा उन विधायकों में हैं जो हमेशा सक्रिय रहते हैं।

IDA देगा चार फ्लाईओवर ब्रिज की सौगात

मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर के इतिहास में पहली बार आज एक साथ चार फ्लाईओवर ब्रिज की सौगात शहर को मिलेगी। इस सौगात के मिल जाने से दीपावली के त्यौहार की बेला में 7 लाख वाहन चालकों के लिए सफर आसान हो जाएगा। इंदौर शहर के विकास में मुख्य भूमिका का निर्वहन करते हुए इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा फूटी कोठी चौराहा और भंवर कुवा चौराहा पर फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ ही खजराना चौराहा और लव कुश चौराहा पर फ्लाईओवर ब्रिज की एक-एक भुजा तैयार हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा कल सोमवार को आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में इन फ्लाईओवर ब्रिज का लोकार्पण किया जाएगा। प्राधिकरण के द्वारा फूटी कोठी चौराहे पर आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में शाम को 6 बजे मुख्यमंत्री डॉ यादव पहुंचेंगे। इसके साथ ही इंदौर शहर के सभी जनप्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से फूटी कोठी चौराहे पर निर्मित किए गए फ्लाईओवर ब्रिज का लोकार्पण किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का संबोधन भी होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ यादव के द्वारा पहले भंवर कुआ चौराहा, फिर खजराना चौराहा और फिर लव कुश चौराहा पर बनाए गए फ्लाईओवर ब्रिज का फीता काटकर शुभारंभ किया जाएगा। प्राधिकरण के द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने के लिए रविवार को कलेक्टर आशीष सिंह एवं नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने कार्यक्रम स्थल फूटी कोठी चौराहा पर पहुंचे। इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राम प्रकाश अहिरवार ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए की गई तैयारी की जानकारी दी। यह पहला मौका है जब इंदौर को एक साथ एक दिन में एक बार में चार फ्लाईओवर ब्रिज की सौगात मिल रही है। इन ब्रिज पर यातायात शुरू होने से दीपावली के त्यौहार की बेला में 7 लाख वाहन चालकों को सुविधा मिलेगी ।

फ्लाईओवर ब्रिज एक नजर में…

भंवर कुआ चौराहा
लंबाई 625 मीटर
चौड़ाई 24 मीटर
6 लेन
लागत 55.77 करोड़

2 लाख वाहन चालकों को होगा फायदा…

फूटी कोठी चौराहा
लंबाई 610 मीटर
चौड़ाई 24 मीटर
6 लेन
लागत 57.70 करोड़

2 लाख वाहन चालकों को होगा फायदा…

खजराना चौराहा
लंबाई 500 मीटर
चौड़ाई 24 मीटर
6 लेन
लागत 41.9 करोड़

1.50 लाख वाहन चालकों को होगा फायदा…

लवकुश चौराहा
लंबाई 675 मीटर
चौड़ाई 24 मीटर
लागत 66.88 करोड़

आईडीए ने बनाया कीर्तिमान

इंदौर शहर में अभी तक जो भी रेलवे ओवरब्रिज या फ्लाईओवर ब्रिज बने हैं तो उनके निर्माण में कई सालों का वक्त लगा है। इंदौर विकास प्राधिकरण के द्वारा इन फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण में कीर्तिमान बनाया गया है। प्राधिकरण की ओर से इन ब्रिज के निर्माण के कार्य को इतनी तेजी से किया गया कि लोगों को अंदाजा ही नहीं हो सका और उसके पहले ही फ्लाईओवर ब्रिज बनकर तैयार हो गए। इसके पीछे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राम प्रकाश अहिरवार के द्वारा लगातार कार्य स्थल का दौरा करना और काम की गति की समीक्षा करने का कारण रहा है। उन्होंने इन कार्यों के प्रति इतनी अधिक सजगता बरती की प्राधिकरण के द्वारा तय की गई समय सीमा से पहले ही फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है।