स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रभारी कलेक्टरों ने अपना नया अध्यक्ष चुन लिया था, लेकिन रिटायर्ड आईएएस अफसरों के हस्तक्षेप के बाद सर्वसम्मति से अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी राजेश गुप्ता ( Rajesh Gupta ) को नया अध्यक्ष चुना गया। करीब 10 साल से अटके मप्र राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के नए अध्यक्ष का चुनाव गुरुवार को हो गया है। इसके पहले चुनाव की पूरी कार्यवाही आकांक्षा भवन में कराई गई, जिसमें प्रदेश भर के डिप्टी कलेक्टर, अपर कलेक्टर शामिल हुए।
Rajesh Gupta ने नायब तहसीदार से की थी शुरूआत
मूल रूप से शहडोल निवासी राजेश गुप्ता ( Rajesh Gupta ) ने नायब तहसीदार के रूप में सरकारी नौकरी की शुरूआत की थी। फिर तहसीलदार के पद पर प्रमोट हुए और डिप्टी कलेक्टर बने। सीएम सचिवालय, भोपाल के एसडीएम सहित कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और वर्तमान में अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन और नीति विश्लेषण संस्थान में संचालक के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, भोपाल नगर निगम में अपर आयुक्त टीना यादव को संघ का महासचिव, किरण गुप्ता को वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया। जबकि आकाश श्रीवास्तव तथा मनोज प्रजापति को संघ का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। मुख्य संरक्षक के रूप में देवी सरन और संरक्षक के रूप में पूर्व आईएएस कविंद्र कियावत तथा जीपी माली का नाम तय किया गया है। राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अधिकारियों द्वारा आम सहमति से गुप्ता का निर्विरोध निर्वाचन कराया गया है। इस मौके पर पूर्व आईएस कविंद्र कियावत, अशोक वर्मा, आरपी मिश्रा, जयश्री कियावत सहित मंत्रालय में उप सचिव ओम नमों शिवाय, मनोज श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
अब तक जीपी माली रहे हैं संघ के अध्यक्ष
राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अब तक अपर कलेक्टर पद से रिटायर हो चुके जीपी माली अध्यक्ष रहे हैं। माली के रिटायरमेंट के तीन साल बाद भी संघ नया अध्यक्ष नहीं चुन सका था और यह प्रक्रिया लंबे समय से लंबित थी। इस बीच तहसीलदारों ने राप्रसे के अध्यक्ष पर पर ऑनलाइन चुनाव करा नया अध्यक्ष घोषित कर दिया था। ये वहीं तहसीलदार हैं, जिन्हें सरकार ने प्रमोशन नहीं मिलने की वजह से प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया है। अब करीब दस साल के अंतराल के बाद नई कार्यकारिणी का गठन हुआ है।