IRCTC Ticket Booking Rule: भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। अब यात्री 60 दिन पूर्व की टिकट बुक कर सकेंगे, जबकि पहले यह सुविधा 120 दिन पहले से उपलब्ध थी। यह नया नियम 1 नवंबर से प्रभावी होगा। रेलवे का मानना है कि इस बदलाव से यात्रियों को अधिक लचीलापन और सुविधा मिलेगी, जिससे वे अपनी यात्रा योजनाओं को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकेंगे।
भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग प्रणाली में बदलाव के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग शुरू करने की भी घोषणा की है। रेलवे का दावा है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से कंफर्म होने वाले टिकटों की संख्या में 30 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके अलावा, AI तकनीक वाले कैमरों के माध्यम से भोजन और अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता की निगरानी भी की जाएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवा प्रदान की जा सकेगी। यह कदम यात्रियों के अनुभव को सुधारने और रेलवे की सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, एडवांस टिकट बुकिंग के नए नियमों का असर पहले से बुक किए गए टिकटों पर नहीं पड़ेगा। रेलवे ने यह बदलाव इसलिए किया है ताकि यात्रियों को उन समस्याओं का सामना न करना पड़े, जो ट्रेनों के रद्द होने की स्थिति में उत्पन्न होती हैं।
रेलवे का मानना है कि 60 दिन की अग्रिम आरक्षण अवधि निर्धारित करने से कई लाभ होंगे, जैसे:
1. सटीक यात्रा कार्यक्रम: यात्री बेहतर योजना बनाकर टिकट बुक कर सकेंगे, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुव्यवस्थित होगी।
2. टिकट कैंसिलेशन में कमी: पहले के 120 दिन के नियम के कारण लंबी वेटिंग लिस्ट बनती थी, जिससे दलालों द्वारा इसका फायदा उठाया जाता था। नए नियम से इस समस्या में कमी आने की संभावना है।
इस तरह, रेलवे को उम्मीद है कि नए निर्णय से यात्रियों की संतुष्टि और सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
भारतीय रेलवे अपने सिस्टम और प्रोसेस में सुधार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग तेजी से बढ़ा रहा है। इसके तहत, रेलवे ने पहले से ही एआई-तकनीक वाले कैमरे लागू कर दिए हैं, जो भोजन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए काम कर रहे हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया कि रेलवे ने एक एआई मॉडल का उपयोग किया था, जिससे कन्फर्म टिकटों की दर में 30% से अधिक की वृद्धि देखने को मिली। यह मॉडल ट्रेन के रवाना होने के चार घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के बाद डेटा का विश्लेषण करता है और सीट की उपलब्धता की भविष्यवाणी करता है। इस तरह के नवाचारों से रेलवे न केवल अपनी सेवाओं को बेहतर बना रहा है, बल्कि यात्री अनुभव को भी सुधारने की कोशिश कर रहा है।