मध्यप्रदेश Government में दो ही अफसर पावरफुल… इनके पास 4-4 विभाग

स्वतंत्र समय, भोपाल

मध्यप्रदेश सरकार ( Government ) में या तो आईएएस अफसरों का टोटा पड़ गया है या फिर मोहन सरकार केवल दो ही अफसरों पर कुछ ज्यादा मेहरबान है। क्योंकि इन दोनों ही अफसरों को चार-चार विभागों की जिम्मेदारी से नवाजा गया है। वैसे एक अफसर के पास तो पांच विभाग हैं, लेकिन सरकार ने दो विभागों को एक कर दिया है, इसलिए इनकी गिनती चार विभागों में होती है। उधर, मुख्यमंत्री के स्टॉफ में पदस्थ कर्मचारियों के दस महीने बाद आदेश हो सके हैं।

Government ने दो विभागों को एक कर दिया

राज्य सरकार ( Government ) ने 10 अक्टूबर को एक आदेश जारी करते हुए खाद्य आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार प्रमुख सचिव संदीप यादव को दिया है। संदीप यादव के पास पहले से ही प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, पीएस भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग तथा प्रमुख सचिव प्रवासी भारतीय विभाग की जिम्मेदारी सौंप रखी है। वैसे प्रवासी भारतीय विभाग में ज्यादा काम नहीं है, लेकिन लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास बहुत काम रहता है। पहले ये दोनों विभाग अलग-अलग हुआ करते थे। इनमें लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा के पीएस भी अलग-अलग रहे हैं, लेकिन दोनों विभागों की जिम्मेदारी जब से मोहम्मद सुलेमान को मिली थी, उसके बाद से दोनों विभागों को एक कर दिया गया है।

दस माह बाद निकले आदेश

13 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले डॉ. मोहन यादव शिवराज सरकार में मंत्री थे और उनके पास उच्च शिक्षा विभाग रहा है। तब उनके स्टॉफ में जीएडी से निज सचिव के रूप में जितेंद्र श्रीवास्तव, विधानसभा के कर्मचारी मनीष सोनी और हरिकिशोर यादव पदस्थ थे। यादव जब सीएम बने तो इन कर्मचारियों की सेवाएं इनके मूल विभाग को नहीं लौटाई गई और इन्हें सीएम के स्टॉफ में दस महीने तक बिना आदेश पदस्थ रखा। अब जीएडी ने 15 अक्टूबर को आदेश जारी करते हुए इन तीनों निज सचिवों की पदस्थापना मुख्यमंत्री की निजी पदस्थापना में 12 दिसंबर 2023 से प्रभावशील होने के आदेश जारी कर दिए।

एम सेलवेंद्रन के पास भी चार डिपार्टमेंट

2002 बैच के आईएएस एम सेलवेंद्रन को सरकार ने सचिव कृषि की जिम्मेदारी के साथ पंजीयन महानिरीक्षक एवं अधीक्षक मुद्रांक, प्रबंध संचालक कृषि विपणन बोर्ड का कार्य पहले से ही सौंप रखा था और बाद में उन्हें सचिव जीएडी कार्मिक की भी अतिरिक्त रूप से जिम्मेदारी देकर चार विभागों की कमान सौंप दी है। जबकि सचिव कृषि के पद पर पहले प्रमुख सचिव और एसीएस स्तर के अधिकारी पदस्थ रहे हैं। सेलवेंद्रन शिवराज सरकार में सीए सचिवालय में सचिव हुआ करते थे। बाद में उन्हें पंजीयन महानिरीक्षक बनाया गया। इस समय सेलवेंद्रन चार-चार विभाग संभाल रहे हैं, क्योंकि जीएडी कार्मिक की जिम्मेदारी फुल सचिव या प्रमुख सचिव के पास रही है।

दो टीचर भी बने सीएम के निज सहायक

उज्जैन के शासकीय माध्यमिक शाला नूतन जयसिंहपुरा में पदस्थ सहायक शिक्षक योगेश चौरसिया की सेवाएं प्रतिनियिुक्ति पर अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन संस्थान में लेते हुए मुख्यमंत्री की निजी पदस्थापना में इन्हेंं निज सहायक पदस्थ किया है। वहीं, शासकीय उत्कृष्ट उमावि माधवनगर उज्जैन में पदस्थ प्रयोगशाला शिक्षक योगेंद्र शर्मा की सेवाएं भी सुशासन संस्थान में प्रतिनियुक्ति पर लेकर सीएम का निज सहायक बनाया गया है। जीएडी ने इनके आदेश 16 अक्टूबर को जारी किए हैं।