Morena Pataka Factory Blast: मुरैना के इस्लामपुरा में एक मकान में विस्फोट हो गया, जिससे एक मकान पूरी तरह से जमीदोज हो गया और उसके आसपास के तीन मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। विस्फोट के मलबे में दो लोगों के दबे होने की आशंका है। पुलिस और नगर निगम की टीम रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट किस वजह से हुआ। मोहल्ले के कुछ लोगों का कहना है कि यह सिलेंडर के विस्फोट के कारण हुआ है, जबकि कुछ अन्य का मानना है कि मकान में पटाखे बनाए जाते थे, और उनमें आग लगने के कारण विस्फोट हुआ। मामले की जांच जारी है।
घटनाक्रम के अनुसार, इस्लामपुरा में रहने वाले गजराज राठौर के मकान में शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे विस्फोट हुआ। इस विस्फोट के परिणामस्वरूप गजराज का मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, और उनके बगल के दोनों घरों और पीछे बने घर को भी नुकसान पहुंचा। स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट का कारण गैस सिलेंडर में आग लगना हो सकता है, जबकि कुछ अन्य का मानना है कि गजराज सिंह पटाखे बनाने और स्टोर करने का काम करते थे। उनका कहना है कि पटाखों में आग लगने के कारण यह विस्फोट हुआ, जिससे आस-पास के मकान भी प्रभावित हुए। मामले की जांच अभी जारी है।
विस्फोट के बाद मकान के मलबे में एक महिला और एक बच्चे सहित अन्य लोगों के दबे होने की आशंका है। पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी मलबे को हटाने में जुटे हुए हैं, लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी को भी मलबे से नहीं निकाला जा सका था। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) को भी बुलाया है ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई जा सके। स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल बना हुआ है, और सभी की नजर रेस्क्यू कार्य पर है।
इस्लामपुरा में मकान के धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पूरा मोहल्ला कांप उठा। स्थानीय लोगों का कहना है कि धमाका ऐसा था कि जैसे भूकंप आ गया हो। कई मकानों में धमाके की वजह से दरारें भी आ गई हैं, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग इस घटना को लेकर चिंतित हैं और स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बरत रहे हैं।
इस्लामपुरा में पहले भी आतिशबाजी के दौरान विस्फोट की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें आतिशबाजी बनाने वाले लोग न केवल जल गए थे, बल्कि मकान के मलबे में भी दब गए थे। इन घटनाओं के बावजूद, इस्लामपुरा में पटाखे बनाने का काम लगातार जारी रहा है, जो कि सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय है। इस क्षेत्र में पहले हुई घटनाओं से सबक न लेने के कारण स्थानीय लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है, और प्रशासन को इस समस्या पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है।