Cleanliness Survey 2024… इंदौर का ‘ताज’ छीनने इस बार 4775 शहर करेंगे घेराबंदी

विपिन नीमा, इंदौर

स्वच्छता सर्वेक्षण ( Cleanliness Survey ) का श्री गणेश 2016 में हुआ था। 2016 में 73 प्रमुख शहरों के मामूली मूल्यांकन से शुरू होकर वर्तमान संस्करण में 4477 शहरों तक अपनी पहुंच बनाने के बाद स्वच्छ सर्वेक्षण का महत्व भी तेजी से बढ़ गया है। पिछले 7 सालों से स्वच्छता का ताज इंदौर के पास है।

नवम्बर के पहसे सप्ताह में Cleanliness Survey का नौंवा संस्करण होगा शुरू

स्वच्छता सर्वेक्षण ( Cleanliness Survey ) के इस ताज को इंदौर से छीनने के लिए लगभग 4775 शहरों की निगाहें लगी हुई है। इस वर्ष स्वच्छ शहर पुरस्कारों में लेगेसी डंपसाइट्स को खत्म करने, प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन करने, रिड्यूज, रीयूज, रीसाइक्लिंग के सिद्धांतों को लागू करने और सफाईमित्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी गई है। 2016 के अभियान में 73 शहरों ने हिस्सा लिया था जिसमें कर्नाटक राज्य के सबसे बड़े शहर मैसूर ने स्वच्छता का खिताब जीता था। इस अभियान में इंदौर को 25 वें स्थान से संतुष्ट करना पड़ा था। इस अभियान में पिछडऩे के बाद इंदौर के अफसरों, और सफाई कर्मियों ने सफाई पर फोकस करते हुए दमदारी के साथ काम किया और देखते ही देखते स्वच्छता सर्वेक्षण का नक्शा ही बदल दिया। आज इंदौर स्वच्छता के उस मुकाम पर पहुंच गया है जहां देश के बड़े बड़े शहरों को मुकाम हासिल करने के लिए पसीने छूट रहे हैं। इसी माह के अंत में या नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह में स्वच्छता सर्वेक्षण का नौंवा संस्करण शुरू होने वाला है। इसके लिए आंठवी बार भी खिताब जीतने के लिए इंदौर ने कमर कस ली है।

पिछले साल 4447 शहरों ने लिया था हिस्सा

जानकारी के मुताबिक भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से अभी तक यह तय नहीं हो पाया है की इस साल होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में कितने शहरों को शामिल किया जाएगा, लेकिन इस सर्वेक्षण से जुड़ी कुछ और जानकारी के मुताबिक स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की थीम ट्रीपल आर यानी रिड्यूज, रियूज, रिसाइकिल, और बैकलेन (घर के पीछे की गली) पर आधारित रहेगी। इस सर्वेक्षण में 9,500 अंक होंगे। बताया गया है की इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में लगभग 4775 शहरों के भाग लेने की संभावना है। 2023 में 4,447 शहरों ने हिस्सा लिया था। अधिकारियों ने बताया की अभियान शुरु होने से पहले मंत्रालय शहरों की सूची जारी करेंगा।

25वीं रेंक से फस्ट रैंक तक का सफर

वर्ष 2016 में अपने पहले दौर में ‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ का आयोजन 10 लाख और उससे अधिक आबादी वाले 73 शहरों में किया गया था। इस स्वच्छता सर्वेक्षण में मैसूर ने 2000 अंक की इस परीक्षा में 1749 अंक हासिल कर पहली बार स्वच्छता का खिताब जीता था। जबकि दूसरे नम्बर चंडीगढ़ था। इस सर्वेक्षण में इंदौर को 25वीं रैंक मिली थी। कुल 2000 अंकों की इस परीक्षा में इंदौर को केवल 1276 अंक ही मिले थे।

2016 में ऐसा था परिणाम…

  1. पहले रैंक मैसूर – 2000/1749 अंक
  2. दूसरी रेंक चंडीगढ़ – 2000/ 1716 अंक
  3. तीसरी रेंक तिरुचिरापल्ली – 2000/ 1715 अंक
  4. 25वीं रैंक इंदौर – 2000/ 1276 अंक

2016 से 2023 तक इंदौर की परफॉर्मेंस रिपोर्ट…

पहला… 2016…

  • कुल शहर – 73
  • कुल अंक – 2000
  • मिले अंक – 1276
  • पोजिशन – 25 वीं रेंक

दूसरा… 2017…

  • कुल शहर – 434
  • कुल अंक – 2000
  • मिले अंक – 1807. 72
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

तीसरा… 2018…

  • कुल शहर – 4203
  • कुल अंक – 4000
  • मिले अंक – 3707
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

चौथा… 2019…

  • कुल शहर – 4237
  • कुल अंक – 5000
  • मिले अंक – 4659
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

पांचवां… 2020…

  • कुल शहर – 4242
  • कुल अंक – अप्राप्त
  • मिले अंक – 5647
  • पॉजिशन – फस्ट रेंक

छटा.. 2021…

  • कुल शहर – 4320
  • कुल अंक – 6000
  • मिले अंक – 5618.14
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

सांतवां.. 2022…

  • कुल शहर – 4355
  • कुल अंक – 7500
  • मिले अंक – 7146
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

आंठवां… 2023…

  • कुल शहर – 4447
  • कुल अंक – 9500
  • मिले अंक – 9348
  • पोजीशन – फस्ट रेंक

नौवां… 2024…

  • कुल शहर – 4447 +
  • कुल अंक – 9500
  • मिले अंक –
  • पोजीशन –

अभियान में हर साल बढ़ते गए नए शहर
ठ्ठ वर्ष 2016 में अपने पहले दौर में स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन 73 शहरों में किया गया था।
ठ्ठ वर्ष 2017 में 434 शहरों का सर्वेक्षण किया गया था। इसमें 361 शहर और जुड़े गए थे ।
ठ्ठ वर्ष 2018 में 4,203 का सर्वें हुआ। इसमें 3769 शहर और जोड़े गए थे।
ठ्ठ वर्ष 2019 में 4,237 शहर शामिल किये गए, इसमें 34 शहर और जुड़े ।
ठ्ठ वर्ष 2020 के सर्वेक्षण में कुल 4242 शहरों को शामिल किया गया था। इसमें 35 शहरों को जोड़े गए थे।
ठ्ठ वर्ष 2021 के सर्वेक्षण में 4,320 शहरों ने भाग लिया। इसमे 78 शहरों और शामिल किया गया था। ं
ठ्ठ वर्ष 2022 में 4,355 शहरों ने हिस्सा लिया था जिसमें 35 शहर और जोड़े गए थे।
ठ्ठ वर्ष 2023 में 4,447 शहरों ने हिस्सा लिया था.,, जिसमें 92 नए शहर जोड़े गए थे।
ठ्ठ वर्ष 2024 में शहरो की संख्या अभी तय नहीं हुई है। बताया गया है कि इस बार भी शहरों की संख्या 4,447 + रहेगी।
ठ्ठ इस बार का स्वच्छता सर्वेक्षण में 9,500 अंक होंगे।