अभय शर्मा, ग्वालियर (स्वतंत्र समय)
वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे की कूनो ( Kuno ) नेशनल पार्क में संचालित चीता प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर गड़बड़ियों की शिकायत कर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने मप्र के वन विभाग से जवाब मांगा है। इस संबंध में मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने संचालक सिंह परियोजना शिवपुरी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि मामले की जांच कर प्रतिवेदन एक सप्ताह में भेजें।
Kuno में चीतों को अवैधानिक रूप से 110 बार ट्रैंकुलाइज किया गया
दरअसल वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव, सचिव पर्यावरण वन, सदस्य सचिव एनटीसीए को शिकायत की थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कूनो ( Kuno ) नेशनल पार्क में संचालित चीता प्रोजेक्ट में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां की जा रही हैं। कूनो नेशनल पार्क में चीतों को अवैधानिक रूप से 110 बार ट्रैंकुलाइज किया गया, जिसमें सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू की अनुमति आवश्यक होती है, जो नहीं ली गई और ना ही कोई रिकॉर्ड संधारित किया गया। अजय दुबे ने कहा था कि कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ और सिंह परियोजना के संचालक उत्तम शर्मा द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मृत हुए पवन नामक चीते की मॉनीटरिंग में लापरवाही हुई और अनावश्यक रूप से उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। उनका आरोप है कि संभवत: अन्य चीतों की मौत भी इसी वजह से हुई।
संचालक को हटाने की मांग
अजय दुबे ने आरोप लगाए कि मृत चीतों के पीएम की वीडियोग्राफी नहीं कराई गई, जबकि एनटीसीए एसओपी प्रोटोकॉल अनुसार वीडियोग्राफी कराई जानी थी। उन्होंने कहा कि चीतों के शावकों में टिक्स की सूचना मिली जो निरंतर मॉनीटरिंग के दावों पर प्रश्न खड़ा करता है। उनका कहना है कि संचालक उत्तम शर्मा को हटाने के साथ मामले की जांच एसआईटी गठित कर निष्पक्ष जांच की जाए।