संस्कार कॉलेज बेटमा में करियर मार्गदर्शन शिविर सम्पन्न, खुली आँखों से सपने देख उन्हें साकार करना ही करियर है

डॉ.श्याम सुन्दर पलोड

करियर को हासिल करने हेतु मेहनत , लगन और दिशा का बोध होना जरूरी है । इस देश के ज्ञान कोष ने बड़े बड़े वैज्ञानिक व दार्शनिक दिए हैं उनसे प्रेरणा प्राप्त करके हम एक बेहतरीन करियर की शुरुआत कर सकते है। करियर की राह में कांटे बिछे होते हैं उन्हें हटाकर सुगम पथ का निर्माण करने वाला ही सही व श्रेष्ठ करियर धारक बनता है । उक्त विचार संस्कार कॉलेज बेटमा में करियर मार्गदर्शन शिविर में प्राचार्य डॉ.शैलेन्द्र शर्मा ने व्यक्त किये। संस्कार कॉलेज बेटमा के सभागृह में विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे । डॉ.शर्मा ने विज्ञान के क्षेत्र में करियर की विभिन्न संभावनाओं से भी छात्र – छात्राओं को अवगत करवाया । शिक्षक की महत्ता और शिक्षार्थी के कर्तव्य पर प्रकाश डालते हुए एक अच्छे मुकाम को हासिल करने के अनेक गुर सिखाए।

प्रख्यात कवि , वक्ता एवं महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ.श्याम सुन्दर पलोड ने कहा कि करियर का अर्थ रुपये – पैसे कमाना या नौकरी – धंधा करना नहीं होता बल्कि करियर का अर्थ होता है आत्म संतुष्टि । हमें जिस कार्य को करने से संतोष मिलता है वही कार्य हमारे करियर निर्माण का मुख्य प्रयोजन होना चाहिए । एक बेहतरीन करियर के निर्माण में पहले खुली आँखों से सपने देखकर जीवंतता प्रदान करना , फिर उनको पूरा करने हेतु काबिलियत रखना जरूरी है । किसी निर्धारित लक्ष्य की दिशा में बढ़कर दृढ़ संकल्प से ही हम अच्छे करियर का निर्माण कर सकते हैं । करियर के निर्माण में हमारी देशभक्ति , संस्कृति , आचरण , शुचिता का भी महत्व होता है ।

डॉ.पलोड़ ने वाणिज्य व प्रबंध तथा कला विषय के चयन से करियर की विभिन्न दिशाओं की जानकारी भी दी ।
अभिनन्दन हा.से.स्कूल बेटमा के संचालक अभिषेक शिंदे ने करियर निर्माण हेतु उचित समय और श्रेष्ठतम कार्य को कैसे तय किया जाए इस पर प्रकाश डाला । प्रारम्भ में अतिथियों ने माँ सरस्वती का पूजन व नमन किया । स्वागत प्रो.अभिषेक परमार , प्रो.निशा चौधरी व प्रो.दिव्या जायसवाल ने किया । इस अवसर पर मनीषा शुक्ला व लता गहलोत का भी अभिनन्दन किया गया । कार्यक्रम का संचालन उन्नति पंवार ने किया और आभार प्रो.अर्कराज मनन ने माना ।