Weather Update: बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवात ‘दाना’ एक बड़ा खतरा बना हुआ है, जिससे ओडिशा में आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, दक्षिण भारत के चार राज्यों—महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, और कर्नाटक में भी तेज बारिश के आसार हैं, जिसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली और हरियाणा में तापमान में कमी देखी जा रही है, खासकर सुबह और शाम के समय, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि जल्द ही ठिठुरन बढ़ने वाली है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ठंड पूरे उत्तर भारत, विशेषकर दिल्ली और हरियाणा में, जोरदार तरीके से दस्तक दे सकती है।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। रविवार (20 अक्टूबर) को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 265 रहा, जो सोमवार सुबह 300 के पार पहुंच गया, जिससे हवा “खराब” से “बहुत खराब” श्रेणी में आ गई। सामान्य स्थिति में AQI 50 के करीब होना चाहिए, लेकिन आने वाले दिनों में इसके सुधार की संभावना कम है। इसके साथ ही, यमुना नदी में प्रदूषण भी बढ़ रहा है, जिसमें केमिकल की वजह से झाग की मोटी परत दिखाई दे रही है। यह स्थिति दिल्ली के प्रदूषण संकट को और गंभीर बना रही है, जिससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में रविवार सुबह 9 बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 265 रहा, जिसे “खराब” श्रेणी में रखा जाता है। AQI की विभिन्न श्रेणियों के मुताबिक, शून्य से 50 के बीच “अच्छा,” 51 से 100 के बीच “संतोषजनक,” 101 से 200 के बीच “मध्यम,” 201 से 300 के बीच “खराब,” 301 से 400 के बीच “बेहद खराब,” और 401 से 500 के बीच “गंभीर” मानी जाती है। वहीं, दिल्ली में तापमान 33°C से 21°C के बीच रहने की संभावना है, जो सामान्य मौसम स्थितियों का संकेत देता है, लेकिन प्रदूषण का बढ़ता स्तर स्वास्थ्य के लिए चिंता का विषय है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में 23 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान के आने की संभावना जताई है। अंडमान सागर के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के अगले 24 घंटों में कम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की आशंका है। IMD के अनुसार, यह प्रणाली 22 अक्टूबर की सुबह तक अवदाब में तब्दील हो सकती है और 23 अक्टूबर तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकती है। इसके बाद, यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ सकती है और 24 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के पास पहुंचने की संभावना है। इससे इन क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बना रहेगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवाती तूफान के कारण 23 से 25 अक्टूबर तक ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि यह मौसम प्रणाली एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकती है, जिससे ओडिशा के कुछ हिस्सों में 23 अक्टूबर से अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि 24-25 अक्टूबर को तटीय इलाकों में कुछ स्थानों पर 20 सेमी से अधिक बारिश हो सकती है, और कुछ क्षेत्रों में यह मात्रा 30 सेमी तक भी पहुंच सकती है।
महापात्र ने मछुआरों को 21 अक्टूबर तक समुद्र से वापस लौटने की सलाह दी है। वहीं, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि, IMD ने भूस्खलन के बारे में फिलहाल कोई पूर्वानुमान नहीं दिया है।
मौसम विभाग ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि यहां तेज बारिश और गंभीर मौसम की संभावना है। इसके अलावा, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, और महाराष्ट्र के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो दर्शाता है कि इन राज्यों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।
वहीं, उत्तर भारत, विशेष रूप से दिल्ली और उत्तर प्रदेश में, मौसम विभाग ने साफ मौसम की उम्मीद जताई है। इस क्षेत्र में आने वाले दिनों में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ सकता है, खासकर अक्टूबर के आखिरी सप्ताह के दौरान, जब पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते तापमान में और गिरावट आ सकती है।