Weather Update: चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, लेकिन पहले से किए गए सुरक्षा उपायों के कारण बड़े नुकसान को टालने में मदद मिली। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने “शून्य मानव हताहत” मिशन को सफल बताया, जिससे जनहानि को रोका जा सका।
वहीं, पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना में मूसलाधार बारिश हुई, हालांकि कोई गंभीर क्षति की सूचना नहीं है। कोलकाता सहित अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश हुई, लेकिन अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है।इसी बीच, झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश हुई, और एहतियात के तौर पर 25 अक्टूबर को स्कूल बंद कर दिए गए थे।
दूसरी ओर, दिल्ली में वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया है, जो “बहुत खराब” से “खराब” श्रेणी में आ गई है। इसके साथ ही, केरल में अरब सागर में चक्रवातीय गतिविधि के कारण भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिसमें कई जिलों के लिए “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया गया है। आईएमडी ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर दक्षिणी क्षेत्रों में।
चक्रवात दाना के चलते ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और तेज हवाओं का प्रकोप रहा, जिससे कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। चक्रवात ने कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन भी किया। हालांकि, अच्छी तैयारी और सुरक्षा उपायों के कारण कोई बड़ा बुनियादी ढांचागत नुकसान नहीं हुआ, और उड़ान व रेल सेवाएं कुछ समय बाद सामान्य हो गईं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने “शून्य मानव हताहत” मिशन की सफलता पर जोर दिया, जो तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के प्रभाव को कम करने में मददगार साबित हुआ। यह मिशन राज्य के तटवर्ती इलाकों में किए गए कुशल सुरक्षा उपायों का परिणाम है, जिसने आपदा प्रबंधन में एक सफल मिसाल कायम की।