स्वतंत्र समय, इंदौर
पीथमपुर ( Pithampur ) में पिनेकल मोबिलिटी कंपनी 600 करोड़ रुपए इंन्वेस्ट करेगी। शुरूआत में 500 लोगों को रोजगार दिया जाएगा। जैसे ही पूरी क्षमता के साथ वर्किंग शुरू होगी, 500 लोगों को और रोजगार मिलेगा। यानी एक हजार लोगों को कंपनी रोजगार देगी। 48 एकड़ में बनने वाले इस प्लांट का 23 अक्टूबर 2024 को सीएम डॉ. मोहन यादव वर्चुअली शुभारंभ कर चुके हैं। जिसमें इलेक्ट्रिक बसों और ट्रकों का निर्माण होगा। यह प्लांट 2 साल में तैयार होगा। जिसके बाद इसमें इंडस्ट्रियल ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे। खास यह है कि पिनेकल इस प्लांट के साथ ही एक अन्य प्लांट भी सेक्टर 7 में बना रही है, जहां पर वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर कोच को तैयार किया जाएगा। बता दें, पिनेकल कंपनी के इन दो नए प्लांट्स के अलावा पीथमपुर में पहले से ही तीन प्लांट वर्किंग में हैं।
Pithampur के सेक्टर 7 में बनेगा स्लीपर कोच का प्लांट
वंदे भारत के स्लीपर कोच भी पीथमपुर ( Pithampur ) स्थित सेक्टर 7 में बनाए जाएंगे। कंपनी ने इसके लिए प्लांट का काम शुरू कर दिया है। यह प्लांट सेक्टर 7 में आधे से ज्यादा बन भी गया है। यह प्लांट 12 एकड़ में बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिनेकल इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी का यह प्लांट मार्च 2025 में काम करना शुरू कर देगा।
इस प्लांट से सिर्फ रेलवे की सीटें और एंबुलेंस तैयार की जाएंगी।
लगभग 1500 लोगों को मिलेगा रोजगार
इस प्लांट की कैपेसिटी लगभग 15 हजार सीट प्रति वर्ष बनाने की रहेगी। यहां पर वंदे भारत के स्लीपर कोच बनाने के साथ ही चेयर कार, सीटें और एंबुलेंस बनाने का काम भी होगा। इस प्लांट के लिए कंपनी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट कर रही है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि पिनेकल ईवी बस और ट्रक के प्लांट में 500 और स्लीपर कोच के प्लांट में भी 500 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देगी। वहीं एमपीआईडीसी सूत्रों की मानें तो कंपनी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से दोनों प्लांट्स को मिलाकर लगभग 1500 लोगों को रोजगार देगी।