स्वतंत्र समय, इंदौर
राठौर रॉयल्स सोशल ग्रुप ( Rathore Royals Group ) का शाम 6 बजे से शुरू हुआ सामूहिक भाईदूज पर्व मध्यरात्रि तक जारी रहा। भाई-बहन के स्नेह व बंधन का अद्भुत समागम रविवार को केसरबाग रोड़ स्थित रूकमणि गार्डन में दिखाई दिया। जहां एक साथ हजारों बहनों ने अपने भाईयों की आरती करने के साथ ही उनकी लंबी उम्र की भगवान से मंगल कामना की। जहां एक ओर समाज बंधु अन्नकूट महोत्सव की प्रसादी ग्रहण कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ बहनों का अपने भाईयों के प्रति स्नेह का भाव देखते ही बन रहा था। शाम 6 बजे श्रीनाथजी की महाआरती के पश्चात अन्नकूट महोत्सव की भी शुरूआत की गई जिसमें हजारों श्रद्धालु ने प्रसादी ग्रहण की। प्रसादी के दौरान पदाधिकारियों द्वारा सभी आम से लेकर खास को थाली में झूठन नहीं छोडऩे का संदेश भी दे रहे थे।
Rathore Royals Group ने थाली में झूठन नहीं छोड़ने का दिया संदेश
राठौर रॉयल्स सोशल ग्रुप ( Rathore Royals Group ) संस्थापक मनीष राठौर एवं राकेश राठौर ने बताया कि संस्था द्वारा तीन वर्षों से सामूहिक भाईदूज पर्व का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष इसे और भव्य स्वरूप दिया गया। जिसमें राठौर समाज के मालवी, मारवाड़ी व पद्मवंशीय इकाईयों के परिवारों को जोड़ा गया था, सभी परिवारों ने एक स्थान पर सामूहिक भाईदूज पर्व मनाते हुए समाज की एकता व अखंडता बनाए रखने की शपथ भी ली। शाम 5 बजे से गार्डन पर समाज बंधुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे पदाधिकारियों ने सभी परिवारों के एक-एक सदस्यों से पास लेकर सभी को आयोजन स्थल पर एंट्री दी। शाम 6 बजे भगवान श्रीनाथजी की विद्वान पंडि़तों के सान्निध्य व मुख्य अतिथियों के आतिथ्य में महाआरती की गई। महाआरती के दौरान छप्पन भोग भी समर्पित किए गए। वहीं इसके पश्चात सामूहिक भाईदूज पर्व का आयोजन शुरू हुआ। जिसमें बहनों ने अपने भाईयों की आरती कर उनकी लंबी उम्र की मंगल कामना की। कार्यक्रम स्थल पर भोजन स्थल पर अलग-अलग सदस्यों को नियुक्त किया गया था ताकि किसी समाज बंधु को कोई असुविधा न हो। पदाधिकारियों द्वारा हर 15 मिनट के अंतराल से थाली में झूठन नहीं छोड़ने का संदेश भी दिया जा रहा था।
पारंपरिक परिधान में पहुंची बहनें
रूकमणी गार्डन में आयोजित सामूहिक भाईदूज पर्व के दौरान बहनें पारंपरिक परिधान में शामिल हुई। उन्होंने आयोजन स्थल पर ही अपने हाथों से पूजा की थाली सजाई एवं भाईयों की आरती उतारी। बहन व भाई के स्नेह के इस दृश्य को हर कोई अपने मोबाइल में कैद कर रहा था। बहनों ने भाईयों के साथ आयोजन स्थल पर अपने मोबाइल से सेल्फियां भी ली। आयोजन स्थल पर मध्यरात्रि तक उपहार भेंट करने का सिलसिला भी जारी रहा।