Gold-Silver Rate : 11 नवंबर 2024 को सोने और चांदी की कीमतों में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी देखने को मिली है। सोने की कीमत में 600 रुपये की वृद्धि हुई है, जिसके बाद अब सोने का भाव लगभग 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। वहीं, चांदी के दामों में 1000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे चांदी का भाव अब 93,000 रुपये प्रति किलो हो गया है। दीपावली के मौके पर अगर आप सोने या चांदी की खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं, तो ये ताजा कीमतें आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
11 नवंबर 2024 को सोने और चांदी की कीमतों में अपडेट्स इस प्रकार हैं:
सोने की कीमत:
• 24 कैरेट सोना: ₹7953.3 प्रति ग्राम
• 22 कैरेट सोना: ₹7292.3 प्रति ग्राम
पिछले सप्ताह के मुकाबले 24 कैरेट सोने की कीमत में 1.11% का हल्का परिवर्तन हुआ है, जबकि पिछले एक महीने में इसमें 2.12% की कमी आई है।
चांदी की कीमत:
• चांदी: ₹97100 प्रति किलोग्राम
चांदी की कीमत पिछले कुछ दिनों से स्थिर बनी हुई है और वर्तमान में ₹97100 प्रति किलोग्राम पर बिक रही है।
11 नवंबर 2024 को प्रमुख शहरों में सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार हैं:
दिल्ली:
• सोना: ₹79533 प्रति 10 ग्राम (वर्तमान में अपरिवर्तित)
• चांदी: ₹97100 प्रति किलोग्राम
(पिछले सप्ताह सोने और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट आई थी।)
चेन्नई:
• सोना: ₹79381 प्रति 10 ग्राम (स्थिर)
• चांदी: ₹105700 प्रति किलोग्राम
(चेन्नई में चांदी की कीमत में गिरावट आई, जबकि सोने की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।)
मुंबई:
• सोना: ₹79387 प्रति 10 ग्राम (स्थिर)
• चांदी: ₹96400 प्रति किलोग्राम
(मुंबई में सोने और चांदी की कीमतें अपरिवर्तित हैं, लेकिन पिछले सप्ताह इन कीमतों में गिरावट आई थी।)
कोलकाता:
• सोना: ₹79385 प्रति 10 ग्राम (स्थिर)
• चांदी: ₹97900 प्रति किलोग्राम
(कोलकाता में सोने और चांदी दोनों की कीमतें अपरिवर्तित रही हैं।)
MCX वायदा कीमतें:
• सोना (फरवरी 2025 वायदा): ₹77426 प्रति 10 ग्राम (0.611% की गिरावट)
• चांदी (मार्च 2025 वायदा): ₹93260 प्रति किलोग्राम (0.418% की गिरावट)
(सोने और चांदी के वायदा अनुबंधों में हल्की गिरावट आई है।)
सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के पीछे कई प्रमुख कारक होते हैं:
1. वैश्विक मांग और आपूर्ति: सोने और चांदी की कीमतें वैश्विक स्तर पर मांग और आपूर्ति के आधार पर बदलती हैं। जब इनकी मांग बढ़ती है, तो कीमतें ऊपर जाती हैं, और जब मांग घटती है, तो कीमतें गिरती हैं।
2. मुद्रा विनिमय दर: भारतीय रुपया और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर का प्रभाव भी कीमतों पर पड़ता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि यह निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बन जाता है।
3. ब्याज दरें: जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोने और चांदी जैसे वस्तुएं कम आकर्षक हो जाती हैं क्योंकि निवेशक ब्याज दर वाले निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं। इस प्रकार, बढ़ती ब्याज दरें सोने और चांदी की कीमतों को नीचे ला सकती हैं।
4. सरकारी नीतियाँ: सरकार के द्वारा सोने और चांदी पर लगाए गए टैक्स, आयात शुल्क और अन्य नीतियाँ इन धातुओं की कीमतों को प्रभावित करती हैं। उदाहरण के लिए, अगर सरकार आयात शुल्क बढ़ाती है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
5. वैश्विक घटनाएँ: वैश्विक आर्थिक स्थिति, जैसे अमेरिकी डॉलर की स्थिति, मुद्रास्फीति, या किसी बड़े वैश्विक संकट (जैसे युद्ध या महामारी) के कारण सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है। उदाहरण के लिए, जब वैश्विक अस्थिरता होती है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को प्राथमिकता देते हैं, जिससे कीमतें बढ़ जाती हैं।
इन सभी कारकों के संयोजन से सोने और चांदी की कीमतों में निरंतर उतार-चढ़ाव होता रहता है।