Indore News: दिल्ली के सराय काले खां चौक को अब बिरसा मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के मौके पर मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया। सरकार ने दिल्ली के मशहूर सराय काले खां ISBT चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक रख दिया। वहीं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नाम बदलने का ऐलान किया। इसके अलावा इस चौक के पास ही बिरसा मुंडा की भव्य प्रतिमा का भी अनावरण किया गया।
आदिवासी समाज ने ही राम को बनाया भगवान राम
बिरसा मुंडा का 150 वीं जयंती पर पीएम मोदी ने एक वीडियों जारी करते हुए कहा है कि देश की आजादी में आदिवासियों का बड़ा योगदान रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज वो है, जिन्होंने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया था. आदिवासी समाज वो है, जिसने भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए सैकड़ों वर्षों की लड़ाई को नेतृत्व दिया था. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज ने भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए सैकड़ों सालों की लड़ाई को नेतृत्व दिया. आदिवासी समाज ने प्रकृति और पुरातन चिकित्सा पद्धति को जीवित रखा. उन्होंने आदिवासी समाज को प्रकृति रक्षक बताया और कहा कि उनके जीवन और संघर्ष का हमेशा सम्मान होना चाहिए।
पिछली सरकारों ने की आदिवासी समाज की अनदेखी
अपने बयान में पीएम मोदी ने कहा कि आदिवासियों ने देश की आजादी और देश की संस्कृति के सरंक्षण में अपना अमुल्य योगदान दिया है। आदिवासियों के योगदान में जहां केन्द्र की भाजपा सरकार ने कई कदम उठाए है वहीं देश में पिछली सरकारों ने कभी आदिवासियों को पर्याप्त सम्मान और अधिकार नहीं दिए जिसका नतीजा यह रहा कि आदिवासी समाज कई गंभीर बीमारियों की चपेट में तक आ गई थी लेकिन अब भाजपा की सरकार ने सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों से आदिवासी समाज की सुरक्षा का बेडा़ उठा लिया है।
बिरसा मुंडा की जयंती पर दी 6,640 करोड़ की सौगात
बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती पर पीएम मोदी ने बिहार के जमुई से 6,640 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। वहीं जनजातिय दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए आदिवासियों समाज के सहयोग का जिक्र किया।