108 सोने-चांदी के रथों से सिद्ध हुआ ‘इंदौर’

Indore News : इंदौर शहरवासियों को अब हर कार्यक्रम में इतिहास रचने की जो धून सवार हुई है वह अब थमने का नाम ही नहीं ले रही है। इसको लेकर अब शहर में कई बड़ें आयोजन करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जा रहा है। इस बार दिगबंर जैन समाज ने नया किर्तिमान स्थापित किया है।

वहीं दिगबंर जैन समाज के द्वारा इंदौर शहर में सिद्ध चक्र महामंडल विधान के समापन पर रथयात्रा निकाली गई। इस यात्रा में शामिल होने के लिए सोने- चांदी के 108 रथ बिहार, गुजरात, उत्तरप्रदेश समेत पूरे देश के जैन मंदिरों से इंदौर पहुंचे। यह इंदौर के इतिहास में पहली बार हुआ है। जब देशभर के दिगबंर जैन मंदिरों से सिद्ध चक्र महामंडल विधान के रथ किसी एक शहर में एकत्रित होकर निकलें।

बेशकीमती लकड़ियों से बने है यह रथ

रथयात्रा में दो रथ सोने के, दो रजत के और 35 से ज्यादा रथ सोने-रजत, दूसरी धातुओं और बेशकीमती लकड़ियों से बने हैं। रथ यात्रा में शामिल होने के लिए देशभर से जैन समाज के लोग शहर में मौजूद रहे। दिगबंर समाज की इस 108 रथ यात्रा ने इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही इस यात्रा का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौजूद रही ।

मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने की पदयात्रा

दिगबंर समाज के मुनि प्रमाण सागर जी महाराज ने पदयात्रा करते हुए अपने शिष्यों और सेवादारों के साथ रथयात्रा में शामिल हो कर अपने शिष्यों और समाजजनों को आर्शीवाद दिया। वहीं रथ यात्रा विजय नगर बिजनेस पार्क आईडीए ग्राउंड से प्रारंभ हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग यात्रा में शामिल हुए।सभी समाज जनों ने मंगल पारंपरिक परिवेश के साथ देश भक्ति की भी झलक प्रस्तूत की।

कई मंचों से हुई पुष्पवर्षा

यात्रा बिजनेस पार्क आईडीए ग्राउंड से प्रारंभ होकर एलआईजी चौराहा होते हुए पाटनीपुरा चौराहे पहुंची। इस दौरान यात्रा का कई मंचों पर स्वागत हुआ। कई मंचो से कई समाज के लोगों ने यात्रा पर पुष्पवर्षा की। यात्रा में शामिल हुए लोगों ने पारंपरिक परिवेश के साथ ही देश भक्ति भाव में भी नजर आए। रथ यात्रा में आदिवासी भेष भूषा में शामिल होकर लोगों ने आदिवासी नृत्य भी किया।