Bihar Hooch Tragedy : बिहार के सिवान जिले में एक बार फिर जहरीली शराब पीने से मौतों का मामला सामने आया है। यह घटना राज्य में लागू शराबबंदी के प्रभावी क्रियान्वयन पर गंभीर सवाल खड़े करती है। इस बार सिवान के लकड़ी नबीगंज इलाके में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई, जबकि कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
फिर जहरीली शराब का तांडव
गुरुवार को लकड़ी नबीगंज के पांच लोगों को शराब पीने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन मरीजों में से अमरजीत राय समेत दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है, और गांव में मातम पसरा हुआ है।
दो लोग हो गए अंधे, एक गंभीर हालत में
इस घटना में उमेश यादव को गंभीर हालत में सिवान के सदर अस्पताल से पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया। वहीं, हरिंदर और अशोक नाम के दो अन्य लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। उनकी स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की नाक के नीचे अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चलता है। आरोप है कि थाने से महज सौ मीटर की दूरी पर शराब खुलेआम बेची जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। लोगों ने प्रशासन को समय रहते इस पर ध्यान न देने का जिम्मेदार ठहराया।
मृतक अमरजीत राय पर आरोप है कि वह खुद अवैध शराब बेचने के धंधे में शामिल था। पड़ोसियों के अनुसार, उन्होंने कई बार अमरजीत को यह काम छोड़ने के लिए समझाया, लेकिन उसने इसे अनदेखा किया।
शराबबंदी पर उठे गंभीर सवाल
घटना के बाद शराब के पाउच को जलाने की कोशिश की गई, लेकिन गांव की गलियों में अब भी शराब के पैकेट्स बिखरे हुए पाए जाते हैं। यह दर्शाता है कि बिहार में शराबबंदी केवल कागजों तक ही सीमित है। पिछले महीने भी सिवान में जहरीली शराब पीने से 28 लोगों की मौत हुई थी, जिससे यह समस्या और भी गंभीर हो गई है।