Manipur Violence: मणिपुर में हालात एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। हाल ही में राज्य के एक राहत शिविर से छह लोगों के अपहरण और उनकी हत्या की घटना ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। इसके चलते इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। साथ ही, राज्य के सात जिलों में अगले दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहों और हिंसा को रोका जा सके।
गृह मंत्री ने की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा
इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 17 नवंबर को दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में गृह मंत्री ने मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और वहां के हालात की जानकारी ली। शाह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं।
सोमवार को गृह मंत्री इस मुद्दे पर एक और विस्तृत बैठक करेंगे, जिसमें मणिपुर की सुरक्षा व्यवस्था और वहां की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कदमों पर चर्चा की जाएगी।
सीआरपीएफ के महानिदेशक हालात का जायजा लेने रवाना
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक अनीश दयाल को मणिपुर भेजा गया है। वे वहां की सुरक्षा स्थिति का आकलन करेंगे और हालात को नियंत्रण में लाने के लिए सुरक्षाबलों के साथ समन्वय करेंगे।
शनिवार को राजधानी इंफाल में उग्र भीड़ ने दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों पर तोड़फोड़ की। इसके अलावा मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पैतृक घर पर हमला करने की कोशिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया।
छह लोगों की अपहरण के बाद हत्या
जिरीबाम जिले में आतंकवादियों ने हाल ही में एक राहत शिविर से छह लोगों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी। इन शवों में दो महिलाएं, एक बच्चा और अन्य तीन लोग शामिल हैं। शुक्रवार रात तीन शव बरामद किए गए, जबकि शनिवार को बाराक नदी से अन्य तीन शव मिले।
इस घटना के बाद प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के आवास पर धावा बोलने की कोशिश की। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
इंटरनेट सेवाएं और कर्फ्यू लागू
राज्य में हिंसा और अफवाहों को रोकने के लिए सात जिलों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू किया गया है। सड़कों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा आगजनी और हिंसा के चलते सुरक्षाबलों को लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखनी पड़ रही है।
सरकार से कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारी छह लोगों की हत्या पर सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दी जाए। इस बीच, केंद्रीय और राज्य सरकारें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
मणिपुर में बार-बार हो रही हिंसा ने न केवल स्थानीय लोगों को प्रभावित किया है, बल्कि राज्य की सामान्य स्थिति को भी बाधित किया है। ऐसे में सरकार और सुरक्षाबलों के लिए शांति और व्यवस्था बहाल करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।