फेरों से पहले BJYM District President पर दुष्कर्म का केस, इस्तीफा दिया

स्वतंत्र समय, भोपाल

भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ( BJYM District President ) की शादी में उस समय बवाल मच गया, जब उसकी 16 साल पुरानी प्रेमिका पहुंच गई। हंगामे के बाद महिला ने फेरे रुकवाकर मंडप में ही पुलिस बुला ली। हंगामा होता देख भाजयुमो जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे शादी कैंसिल कर फरार हो गया। सोमवार को उसने भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष वैभव पवार को अपना इस्तीफा भेज दिया है।

BJYM District President ने शादी का झांसा देकर संबंध बनाए

बालाघाट के भाजयुमो जिलाध्यक्ष ( BJYM District President ) भूपेंद्र की सोमवार को शादी थी। जानकारी लगते ही महिला शिक्षक रविवार रात वहां पहुंची तो शादी के फंक्शन चल रहे थे। उसने अपने संबंधों की जानकारी देते हुए भाजयुमो जिलाध्यक्ष पर बलात्कार और धोखा देने के आरोप लगाए। विवाद के बाद उसने डायल 100 को बुला लिया। पुलिस ने भूपेंद्र के खिलाफ दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी देना और जातिगत रूप में अपमानित करने का केस दर्ज किया है। महिला ने बताया कि दोनों के बीच 2008 से संबंध हैं। जब वह और भूपेंद्र प्राइवेट बीएड कॉलेज में पढ़ते थे। पढ़ाई के दौरान आरोपी लगातार तीन साल तक बात करने के लिए दबाव बनाता रहा। 17 दिसंबर 2012 को प्रपोजल स्वीकार कर लिया। उसने शादी का वादा किया। 2013 में सिंगरौली में नौकरी लगने के बाद प्रेमिका जब भी छुट्टियों में बालाघाट आती थी हम दोनों मिलते थे। इसी दौरान उसने अपने दोस्त के कमरे पर बुलाया। यहां शादी का झांसा देकर संबंध बनाए। मगर जब भी शादी की बात कहती, तो टाल देता था। अक्टूबर 2016 में भूपेंद्र के किसी अन्य लडक़ी के साथ अफेयर के बारे में पता चला। मगर आरोपी ने इससे इनकार कर दिया। अगस्त 2020 में बालाघाट के लामता ट्रांसफर हो गया। यहां किराए से रहती थी। यहां आरोपी अक्सर आता रहता था। अफेयर के बारे में पूछा, तो उसने लडक़ी को अपनी रिश्तेदार बता दिया। जातिगत रूप रूप से अपमानित भी किया। दो साल पहले भी भूपेन्द्र से शादी को लेकर बात की तो उसने अपने घरवालों को मनाने की बात कहकर इनकार कर दिया। इस दौरान दोनों का मिलना जारी रहा। 4 फरवरी 2024 को भूपेंद्र घर आया। यहां आकर लांछन लगाया और शादी से इनकार कर दिया। थाने जाने पर जान से मारने की धमकी दी।

विवाद के बाद इस्तीफा

सोमवार को ही भूपेंद्र ने भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष वैभव पवार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। इसमें उसने महिला द्वारा लगाए गए केस को झूठा बताते हुए न्याय मिलने तक पद छोडऩे की बात लिखी है। ताकि उसके कारण पद और संगठन की बदनामी न हो।