यूपी और झारखंड में भीषण सड़क हादसे, यमुना एक्सप्रेसवे पर बस-ट्रक की भिड़ंत, 5 की मौत, 15 से अधिक घायल, हजारीबाग में बस पलटी, 12 की मौत

गुरुवार रात उत्तर प्रदेश और झारखंड में हुए दो भीषण सड़क हादसों ने कई लोगों की जान ले ली और अनेक घायल हो गए। ग्रेटर नोएडा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर एक डबल डेकर बस और ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। यह दुर्घटना रात के समय हुई, जिसमें बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में कई यात्रियों के घायल होने और कुछ के गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना का कारण बस चालक की लापरवाही या तेज रफ्तार मानी जा रही है।

झारखंड के हजारीबाग जिले में एक यात्री बस पलटने से 12 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। हादसा सड़क पर तीव्र मोड़ के कारण हुआ, जहां बस अनियंत्रित होकर पलट गई। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। घायलों को हजारीबाग के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन दोनों हादसों ने सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।

उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे पर अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में गुरुवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। एक डबल डेकर बस तेज रफ्तार में ट्रक से जा टकराई, जिससे 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक 5 माह का मासूम बच्चा और एक महिला शामिल हैं। इस हादसे में 15 से अधिक यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

हादसा टप्पल क्षेत्र के पास हुआ, जब डबल डेकर बस एक ट्रक से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर देर रात तक जाम लगा रहा, जिससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित हुआ। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्राथमिक जांच में यह हादसा तेज रफ्तार और बस चालक की लापरवाही के कारण हुआ माना जा रहा है।

प्रशासन का बयान

प्रशासन ने घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। घटना की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा यमुना एक्सप्रेसवे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं की एक और कड़ी है, जो यातायात नियमों के उल्लंघन और लापरवाही को उजागर करता है।

दिल्ली से आजमगढ़ जा रही बस के पीछे से ट्रक में टक्कर मारने के कारण एक दर्दनाक हादसा हुआ। घटना टप्पल थाना क्षेत्र में हुई, जिसमें बस बुरी तरह चकनाचूर हो गई। हादसे के वक्त यात्रियों को खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला गया। घटना में 11 महीने की एक बच्ची, 5 साल का एक बच्चा, तीन महिलाएं और नौ पुरुष घायल हुए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए जेवर स्थित कैलाश अस्पताल भेजा गया। हादसे में पांच लोगों की मौत हुई, जिनमें से तीन की पहचान हो चुकी है, जबकि दो शव अभी अज्ञात हैं। यह बस फैजाबाद की कृष्णा ट्रैवल्स कंपनी की थी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जांच शुरू कर दी है। यह दर्दनाक हादसा देर रात हुआ, जब अधिकांश यात्री नींद में थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का एक तरफ का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर के तुरंत बाद बस में चीख-पुकार मच गई।

पुलिस और आसपास के लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को बस से बाहर निकाला। खिड़कियां तोड़कर यात्रियों को बाहर लाया गया, लेकिन कुछ यात्री सड़क पर गिरे पड़े थे, जिनमें छोटे बच्चे और महिलाएं शामिल थीं। इस हृदयविदारक दृश्य को देखकर लोगों का दिल दहल गया।
कुछ मृतकों के शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए थे, जिससे उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो रहा है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है, और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

गुरुवार सुबह झारखंड के हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड के गोरहर में एक और दुखद सड़क हादसा हुआ। कोलकाता से पटना जा रही यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे करीब एक दर्जन यात्रियों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। हादसे का कारण सड़क निर्माण का अधूरा काम बताया जा रहा है। दुर्घटना स्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, सिक्स लेन सड़क का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया था, जिससे बस गड्ढे में गिरकर पलट गई। चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और गोरहर थाना पुलिस की मदद से घायलों को बाहर निकाला। मृतकों में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और निर्माण कंपनी की लापरवाही पर सवाल उठाए जा रहे हैं।