Gautam Adani USA Bribe Case: औंधे मुंह गिरे अडानी ग्रुप के शेयर! रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद अरबपतियों की टॉप 20 लिस्ट से हुए बाहर

Gautam Adani USA Bribe Case: अडानी समूह के मालिक और देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी एक बार फिर से गंभीर संकट में घिर गए हैं। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद जब वे कुछ हद तक स्थिति को संभालने में सफल हुए थे, अब अमेरिका से आई एक और बुरी खबर ने उनके लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। अमेरिका में अडानी समूह और उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं, जिनके कारण उनकी गिरफ्तारी की संभावना भी जताई जा रही है।

Adani के शेयरों में भारी गिरावट

अमेरिका से आई इस खबर के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली का दौर शुरू हो गया। अडानी के अधिकांश शेयरों में तेज गिरावट आई, जिससे उनका मार्केट कैप महज कुछ घंटों में 2.53 लाख करोड़ रुपये तक घट गया। इस गिरावट का असर गौतम अडानी की संपत्ति पर भी पड़ा, जो केवल चंद घंटों में 12 अरब डॉलर तक घट गई। भारतीय मुद्रा में यह नुकसान करीब 10,13,27,30,32,800 रुपये तक पहुंच गया है।

अडानी के शेयरों की यह गिरावट और उनके मार्केट कैप में आई कमी ने गौतम अडानी की स्थिति को और कमजोर कर दिया है। अरबपतियों की लिस्ट में उनका स्थान भी गिर गया। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर इंडेक्स में पहले 17वें स्थान पर रहने वाले गौतम अडानी अब 25वें स्थान पर पहुंच गए हैं। उनकी संपत्ति 12 अरब डॉलर से घटकर अब 57.4 अरब डॉलर रह गई है।

शेयरों में बेतहाशा गिरावट

अमेरिका से आई इस बुरी खबर ने अडानी के सभी प्रमुख शेयरों को प्रभावित किया। अडानी समूह की प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट्स में 15% तक की गिरावट आई। वहीं, अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 13% से 17% तक की गिरावट आई। सबसे बड़ी गिरावट अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में आई, जिनमें 20% की गिरावट देखी गई। इसके अलावा, एसीसी और अंबुजा सीमेंट के शेयरों में भी क्रमशः 12% और 13% तक की गिरावट दर्ज की गई।

Gautam Adani पर अमेरिका में क्या आरोप हैं?

अमेरिका में गौतम अडानी और उनके साथियों पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अडानी समूह और उनके भतीजे सागर अडानी समेत सात अन्य लोगों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय सरकारी अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (लगभग 2110 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी, ताकि वे अडानी समूह को सौर ऊर्जा से जुड़े महत्वपूर्ण कॉन्ट्रैक्ट्स दिलवाएं। इन आरोपों के बाद अमेरिकी अदालत ने अडानी और उनके साथियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।