Congress: महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की वोटों की गिनती से एक दिन पहले, कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को दोनों राज्यों के लिए अपने ऑब्जर्वर नियुक्त किए। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को महाराष्ट्र के लिए और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को झारखंड के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। यह कदम दोनों राज्यों में चुनावी नतीजों की गिनती में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
महाराष्ट्र में दो ऑब्जर्वर, झारखंड में कई वरिष्ठ नेता
Congress chief Mallikarjun Kharge has deputed party leaders Ashok Gehlot, Bhupesh Baghel and Dr G. Parameshwara as AICC observers to Maharahstra and Tariq Anwar, Mallu Bhatti Vikramarka and Krishna Allavuru as AICC observers to Jharkhand, to oversee the post-election scenario pic.twitter.com/Vgg2PYNHH6
— ANI (@ANI) November 22, 2024
महाराष्ट्र के लिए अशोक गहलोत के साथ कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर को भी ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है। वहीं, झारखंड के लिए कांग्रेस ने भूपेश बघेल के साथ सीनियर नेता तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमाक और कृष्ण अल्लावरू को भी ऑब्जर्वर के रूप में नियुक्त किया है। इन नेताओं की नियुक्ति से पार्टी को उम्मीद है कि चुनाव परिणामों की गिनती में किसी प्रकार की गड़बड़ी या विवाद नहीं होगा।
चुनावों में अहम भूमिका निभा चुके हैं दोनों नेता
अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने इससे पहले भी चुनावी मामलों में अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। गहलोत को मुंबई और कोंकण क्षेत्र का सीनियर पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था, जबकि भूपेश बघेल को विदर्भ क्षेत्र में सीनियर ऑब्जर्वर के रूप में नियुक्त किया गया था। उनके अनुभव को देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस बार भी जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि चुनाव परिणामों की प्रक्रिया को सुचारू और निष्पक्ष तरीके से सुनिश्चित किया जा सके।
कांग्रेस की दोनों राज्यों से बड़ी उम्मीदें
कांग्रेस पार्टी को महाराष्ट्र और झारखंड से काफी उम्मीदें हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि इन राज्यों में पार्टी मजबूत प्रदर्शन करेगी और चुनाव जीतने में सफल रहेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद, कांग्रेस ने इन दोनों राज्यों में जीत की उम्मीद जताई है। 23 नवंबर को महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी परिणाम सामने आएंगे। इसके साथ ही, देशभर में हुए उपचुनावों के नतीजे भी उसी दिन घोषित होंगे, जिनका कांग्रेस को बेसब्री से इंतजार है।
एग्जिट पोल में कांग्रेस को झटका
हालांकि, नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल में कांग्रेस के लिए एक निराशाजनक संकेत है। कई एग्जिट पोल में कांग्रेस को दोनों राज्यों में हारते हुए दिखाया गया है। इन एग्जिट पोल्स ने पार्टी के नेताओं को थोड़ी चिंता में डाल दिया है, हालांकि पार्टी के अंदर उम्मीद की एक लहर भी बनी हुई है कि वास्तविक नतीजे अलग हो सकते हैं।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों में नतीजों की गिनती में पारदर्शिता और सही प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए अपने अनुभवी नेताओं को ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। जबकि पार्टी को दोनों राज्यों से बड़ी उम्मीदें हैं, एग्जिट पोल्स में कुछ मिश्रित संकेत मिल रहे हैं, जिनका असर चुनाव परिणामों पर देखा जाएगा। 23 नवंबर को नतीजों के बाद स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी।