महाराष्ट्र के आए रुझानों ने पूरे देश को चौंका दिया है। महाराष्ट्र में शिवसेना को जिस तरह से शिकस्त मिली है उससे अब शिवसेना भी चिंतित है। शिवसेना में अब मंथन का दौर शुरू हो गया है। आखिर क्या खांमिया थी कि जनता ने उन्हें नकार दिया। भाजपा गठबंधन महायुति ने मध्यप्रदेश की तर्ज पर ही महाराष्ट्र में भी लाड़ली बहना योजना का कार्ड चलाया और महायुति ने चुनावी घोषणा की थी कि महायुति के जीतने पर माझी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं को तीन हजार रूपए दिए जाएंगे। इस योजना में तीन हजार रुपए की घोषणा को ही महायुति की जीत का श्रेय दिया है। मध्यप्रदेश के बाद अब महाराष्ट में जिस तरह से लाड़ली बहना योजना का कार्ड चलाने पर भाजपा ने सत्ता हासिल की है उससे यह जाहिर होता है कि लाड़ली बहना योजना अब भाजपा का सत्ता हासिल करने का साधन और सत्ता की चाबी बन गई है।
3 हजार देगी महायुति की सरकार
महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र में 215 से ज्यादा सीटें मिलने के स्पष्ट रुझान के बाद महाराष्ट्र भाजपा कार्यालय सहित एकनाथ शिंदे के घर पर जश्न का माहौल देखने को मिला। वहीं महाराष्ट्र में एमवीए गठबंधन 50 सीटों पर ही सिमट गई और यहां पर शिवसेना का सूपड़ा साफ हो गया । महाराष्ट्र के चुनाव परिणामों ने राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया। महायुति की इस प्रचंड जीत में सबसे बड़ी वजह मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना को बताया जा रहा है। महायुति गठबंधन ने चुनाव प्रचार में कहा था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो यह राशि 1500 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिए जाएंगे।
जनता का ही है खजाना
चुनाव प्रचार के दौरान ही विपक्ष के तीखे तीर पर पलटवार करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष उन लोगों की आलोचना कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि राज्य सरकार खाली खजाना बताकर महिलाओं को राशि देने वाली योजना बंद कर देंगी, लेकिन विपक्ष को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह खजाना भी जनता का ही है। वहीं लाडकी बहिन योजना को लेकर फडणवीस ने कहा कि महायुति सरकार, महिलाओं को योजना की राशी बढ़ा कर देने के साथ ही सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी।