मेरा बेटा ही बनेगा सीएम, देवेंद्र फडणवीस की मां का वीडियों वायरल

महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम आने के बाद अब सीएम की कुर्सी पर कशमकश शुरू हो गई है। जहां एक ओर शिवसेना के एकनाथ शिंदे दोबारा सीएम बनने का सपना संजोए बैठे है। वहीं देवेंद्र फडणवीस भी इस दौड़ में आगे है वहीं भाजपा कार्यालय के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने के पोस्टर लगा दिए है वहीं देवेंद्र फडणवीस की मां एक वीड़ियों भी सोशल मीड़िया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमें उनकी मां, सरिता फडणवीस ने कहा है कि बेशक, वह मुख्यमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही उनकी मां ने कहा कि यह बड़ा दिन है जब मेरा बेटा राज्य में एक बड़ा नेता बन गया है।

ज्यादा सीटें लाने वाला ही सीएम फेस नही होता

शिवसेना के एकनाथ शिंदे को महायुति सरकार में मुख्यमंत्री बनाएंगे या नहीं इस पर एकनाथ शिंदे ने एक बयान में कहा कि अगर चुनाव में कोई ज्यादा सीट लाता है तो वो सीएम फेस नहीं होता है। वहीं गठबंधन में शामिल अजित पवार के कार्यकर्ता भी अजीत पंवार को सीएम बनाने का सपना देख रहे है अब मोदी का दम ही तय करेगा की महाराष्ट्र में कार्यकर्ता भी अपने नेता को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।

2019 की बनी स्थिति लेकिन बदल गए है समीकरण

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत में एनडीए ने 227 विधानसभा सीटों पर बढ़त दर्ज की है। जिसने महा विकास अघाड़ी (MVA) 55 सीटों पर सिमट गई। यहीं एनडीए की जीत के बाद सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन बनेगा ? देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे दोनों ने ही नागपुर दक्षिण-पश्चिम और कोपडी पचपाखड़ी सीटों पर शानदार बढ़त हासिल की है। वहीं शिंदे गुट इस बात पर अड़ भी सकता है कि महायुति ने शिंदे को सरकार का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा। वहीं राज्य सरकार की कुछ योजनाओं ने महाराष्ट्र में जनसमर्थन दिलाने में महती भूमिका निभाई है। इसलिए उन्हें एक बार फिर सीएम  बनाने के कयास लगाए जा रहे है। वहीं महायुति गठबंधन मुख्य पार्टी है, लेकिन एनडीए के सभी सहयोगियों ने विधानसभी सीटों पर अपना वर्चस्व दिखाया  है। इस लिए बीजेपी ने अत्यधिक सीटें हासिल की है जिसके दम पर फडणवीस को मुख्यमंत्री बनने का सपना देखा जा रहा है।

दावेदारी में ही हुई थी शिवसेना दो फाड़

2019 में भी एकनाथ शिंदे ने सीएम पद के लिए सियासी उठापटक को अंजाम दिया था और उद्धव ठाकरे सरकार को गिरा दिया। सीएम पद के लिए शिवसेना में फूट पड़ गई थी।

बदल गए है राजनैतिक समीकरण

महाराष्ट्र में अब राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है जहां एक ओर भाजपा और एकनाथ शिंदे उसी मोड़ पर हैं, जहां भाजपा और उद्धव ठाकरे पांच साल पहले थे। वहीं अब गठबंधन के जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ना आसान नहीं है। वहीं सीएम बनने का जोश कहीं गठबंधन में दरार होने की संभावना भी जताई जा रही है लेकिन अब मोदी के नेतृत्व में भाजपा सशक्त होकर खड़ी है वहीं भाजपा को जादुई आंकड़े तक पहुंच कर सरकार बनाने के लिए अपने दो सहयोगियों में से एक की ही जरूरत है। इसलिए इस बार बीजेपी से शिंदे टीम एतिहात बरतेगी वहीं एकनाथ शिंदे ने भी अपने बयानबाजी में इस बात का ध्यान रखा है।