स्वतंत्र समय, भोपाल/श्योपुर
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थामने वाले रामनिवास रावत ( Ramniwas Rawat ) को उपचुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। विजयपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए वोट की गिनती पॉलिटेक्निक कॉलेज में हुई। इसमें वन मंत्री और भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने 7 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की है। इधर, भाजपा ने दोबारा काउंटिंग की मांग की है। इसके लिए निर्वाचन अधिकारियों को आवेदन भी दिया है।
21वें राउंड में Ramniwas Rawat हार गए
पहले राउंड की काउंटिंग में कांग्रेस को 178 वोटों की बढ़त मिली। इसके बाद दूसरे से 15वें राउंड तक लगातार भाजपा आगे रही। आठवें राउंड तक तो भाजपा की लीड 8661 वोटों की हो गई थी। नौवें राउंड में ये लीड कुछ घटी। रुझान में बड़ा उलटफेर 15वें राउंड के बाद देखने को मिला, जब कांग्रेस को 3547 वोटों की बढ़त मिली, जिससे भाजपा की ओवरऑल लीड घटकर 1496 रह गई। 16वें राउंड में कांग्रेस 1842 वोटों से आगे हो निकल गई। 17वें राउंड में ये लीड बढक़र 4747 हो गई और 21वें राउंड प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा चुनाव जीत गए। रामनिवास रावत ( Ramniwas Rawat ) के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव हुआ। इस्तीफे के बाद रावत भाजपा में शामिल हुए और मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए।
मुकेश कांग्रेस, रावत भाजपा में आए थे
जब लोकसभा चुनाव के दौरान रामनिवास रावत ने कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थामा था। उसी दौरान मुकेश मल्होत्रा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ज्वांइन की थी। मुकेश पिछले चुनाव में पार्टी टिकट न मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 44 हजार वोट हासिल कर तीसरे नंबर पर रहे। लेकिन इस बार कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया और वे चुनाव जीत गए। मुकेश सहरिया समुदाय से आतें हैं, जिनकी संख्या विजयपुर में अधिक है।
पटवारी ने कार्यकर्ताओं को समर्पित की जीत
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा- विजयपुर की जीत सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की जीत है। कार्यकर्ताओं ने सभी प्रकार की यातनाओं को सहन किया। पुलिस के डंडे और मुकदमे सहे। मैं कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता के सामने नतमस्तक हूं। इस जीत का श्रेय बाबा साहब अंबेडकर के संविधान और कांग्रेस के कार्यकतार्ओं को देता हूं।