Kharmas 2024: साल में दो बार खरमास आता है, जब सूर्य देव अपनी स्थिति बदलते हैं और बृहस्पति की राशियों (धनु और मीन) में प्रवेश करते हैं। इस बार 15 दिसंबर 2024 को, सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इस दिन से खरमास की शुरुआत हो जाएगी। खरमास के दौरान कई शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है, जैसे शादी, गृह प्रवेश, मुंडन, सगाई और अन्य मांगलिक कार्य। आइए जानते हैं, आखिर क्यों खरमास को अशुभ माना जाता है और इस दौरान हमें क्या नहीं करना चाहिए।
Kharmas में सूर्य देव का कमजोर होना
पौराणिक मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य देव को पृथ्वी पर जीवन का दाता माना जाता है। सूर्य का तेज हमारे जीवन और प्रकृति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। जब सूर्य देव बृहस्पति की राशियों (धनु और मीन) में प्रवेश करते हैं, तो उनका तेज कम हो जाता है, जिससे यह समय शुभ या मांगलिक कार्यों के लिए सही नहीं माना जाता।
Kharmas को अशुभ क्यों माना जाता है?
- सूर्य देव का मंद होना: जब सूर्य का तेज कम हो जाता है, तो यह शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होता है। इसी कारण खरमास में शादी, गृह प्रवेश या कोई नया काम नहीं किया जाता।
- पौराणिक मान्यताएं: ऐसी मान्यता है कि खरमास में किए गए किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिलती और कार्यों में रुकावटें आती हैं। इस दौरान किए गए शुभ कार्यों पर सूर्य देव की कृपा नहीं होती, जिससे उनका फल शुभ नहीं मिलता।
Kharmas में क्या नहीं करना चाहिए?
खरमास के दौरान कई कार्यों को करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि ये कार्य सफल नहीं हो पाते और जीवन में अशुभता ला सकते हैं।
- नया निर्माण कार्य शुरू न करें: घर, ऑफिस या कोई भी नया निर्माण कार्य शुरू करने से बचें, क्योंकि ऐसे घरों में सुख-समृद्धि की कमी रहती है।
- नई चीजों की खरीदारी न करें: खरमास के दौरान कपड़े, गहने, गाड़ी, जमीन, फ्लैट आदि की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। यह शुभ नहीं माना जाता और इसमें आपके निवेश पर असर पड़ सकता है।
- तामसिक भोजन से बचें: खरमास में लहसुन, प्याज जैसे तामसिक आहार और मांस, मदिरा का सेवन न करें। यह न केवल शरीर के लिए हानिकारक है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी अव्यवस्था ला सकता है।
- मांगलिक कार्य न करें: मुंडन, छेदन, गृह प्रवेश, जनेऊ, शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों को इस अवधि में टालना चाहिए। यह समय ऐसे कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं होता।
- तांबे के बर्तन से परहेज करें: खरमास के दौरान तांबे के बर्तन में रखा भोजन या पानी नहीं खाना चाहिए। इसे स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं माना जाता।
- नया व्यवसाय या कारोबार शुरू न करें: कोई नया व्यवसाय, मकान, दुकान आदि शुरू करने से बचें, क्योंकि खरमास में ऐसे कामों में रुकावटें आ सकती हैं और सफलता नहीं मिलती।
Kharmas का समापन
14 जनवरी 2025 को खरमास का समापन होगा, और इसके बाद शुभ कार्यों के लिए अनुकूल समय आएगा। जब सूर्य का तेज फिर से लौटेगा, तब शादी, गृह प्रवेश, मुंडन जैसी घटनाएं फिर से हो सकेंगी।
खरमास एक समय है जब हमें अपनी मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति पर ध्यान देना चाहिए, और किसी भी नए कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। यह समय हमारी रुकावटों को दूर करने और पुनः ऊर्जा प्राप्त करने का है। सूर्य देव का तेज बढ़ने के बाद ही जीवन में नए कार्यों की शुरुआत करें और शुभ परिणामों की प्राप्ति करें।