संसद के चालू शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चल सकी थी. दूसरे दिन संविधान दिवस पर ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक हुई जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया था. शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन अदाणी और संभल हिंसा पर विपक्ष ने जोरदार हंगाम किया। वहीं संसद में ललकार और स्थगन प्रस्ताव पर संसद की कार्यवाही रोकनी पड़ी और संसद की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया संसद और राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के कारण तीसरे दिन भी नहीं चल सकी। सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी थी। उसके बाद भी लोकसभा की कार्यवाही नहीं चल पाई और संसद की कार्यवाही को अगल दिन तक के लिए स्थगित कर दिया।
अड़ाणी को जेल भेजने की मांग
संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में अडाणी मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। वहीं संसद में राहुल बोले कि अडाणी को जेल में होना चाहिए। लेकिन सरकार बचा रही है। लोकसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने अडाणी मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार रखी थी। वहीं संसद में टेबलों को बजाने के साथ ही विपक्ष ने शोर मचाते हुए हंगामा किया। वहीं कार्यवाही स्थगित करने की विपक्ष की मांग पर लोकसभा स्पीकर ने सदन को 12 बजे तक स्थगित कर दिया था।
संसद के बाहर लगाए आरोप
राहुल गांधी ने संसद के बाहर कहा कि अडाणी पर अमेरिका में 2 हजार करोड़ की रिश्वत देने का आरोप है। उन्हें जेल में होना चाहिए। मोदी सरकार उन्हें बचा रही है।
विपक्ष बस हंगामें ही करता रहा
25 नवंबर को सत्र के पहले दिन सदन में हंगामा हुआ। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। वहीं धनखड़ ने खरगे से कहा था कि हमारे संविधान को 75 साल पूरे हो रहे हैं। उम्मीद है आप इसकी मर्यादा रखेंगे। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष बिफर पड़े और सदन की कार्यवाही 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। सत्र के तीसरे दिन भी अड़ानी और सभल हिंसा पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की भरकस कोशीश की लेकिन कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
मुद्दे उठाने के लिए कांग्रेस ने की बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने बैठक की। इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। बैठक में संसद सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई।