Manikarnika Ghat: ये है देश का सबसे बड़ा श्मशान, 24 घंटे जलती रहती हैं चिताएं, दंग कर देंगे इस घाट के रहस्य

Manikarnika Ghat: हिंदू धर्म में जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उसका अंतिम संस्कार एक विशेष विधि-विधान से किया जाता है। इस संस्कार को एक ऐसे स्थान पर किया जाता है, जिसे श्मशान घाट कहा जाता है। श्मशान घाट वो स्थान है जहाँ शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है और यह एक विशेष धार्मिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है। भारत में कई श्मशान घाट मौजूद हैं, लेकिन अगर हम सबसे बड़े श्मशान घाट की बात करें, तो वह बनारस (काशी) में स्थित मणिकर्णिका घाट है।

Manikarnika Ghat: सबसे बड़ा श्मशान घाट

बनारस, जिसे काशी और वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, भारत का सबसे पुराना शहर है। यहां कुल 84 घाट हैं, जिनमें सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध घाट मणिकर्णिका घाट है। यह घाट न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे बड़ा श्मशान घाट माना जाता है। मणिकर्णिका घाट पर हर दिन लगभग 300 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। इस घाट को हिंदू धर्म में विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यहां अंतिम संस्कार करने से आत्मा को मुक्ति मिलती है।

सदैव जलती हुई अग्नि

मणिकर्णिका घाट की एक विशेषता यह है कि यहां हमेशा चिता जलती रहती है। यह एकमात्र ऐसा घाट है जहां 24 घंटे, सातों दिन चिता जलती रहती है। यहां की अग्नि कभी नहीं बुझती। इस निरंतर जलती अग्नि के बारे में कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। एक कथा के अनुसार, मणिकर्णिका घाट को माता पार्वती से श्राप मिला था कि यहां की आग हमेशा जलती रहेगी।

पौराणिक कथा: Manikarnika Ghat का नामकरण

कहा जाता है कि एक समय जब माता पार्वती इस स्थान पर स्नान कर रही थीं, तो उनका कान का कुंडल (झुमका) यहां के तालाब में गिर गया। इस झुमके में एक रत्न भी था, जिसे ढूंढने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन वह रत्न नहीं मिला। इस पर माता पार्वती ने इस स्थान को श्राप दिया कि अगर मेरी मणि नहीं मिली, तो यह स्थान हमेशा जलता रहेगा। यही कारण है कि मणिकर्णिका घाट की अग्नि कभी नहीं बुझती और इस स्थान का नाम मणिकर्णिका पड़ा।

Manikarnika Ghat का महत्व

मणिकर्णिका घाट हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां का अंतिम संस्कार व्यक्ति की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति दिलाता है। कई लोग अपने अंतिम समय में यहां आने की इच्छा रखते हैं ताकि उन्हें मुक्ति मिल सके। बनारस की पवित्रता और मणिकर्णिका घाट की धार्मिक मान्यता के कारण यह स्थान भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल बन चुका है।