स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रदेश के कई पुलिस अधिकारियों में इन दिनों ज्योतिष ( Astrology ) के अध्ययन का शौक लगा है। सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला हों या डीजी पुलिस रहे एसएस लाल। डायरेक्टर स्पोर्ट्स के पद से सेवानिवृत्त हुए आईपीएस अधिकारी शैलेंद्र श्रीवास्तव को भी ज्योतिष खूब पसंद है। इसके पहले तत्कालीन सीएस रहे राकेश साहनी भी ज्योतिषी का ज्ञान रखते थे।
Astrology डराने और उपाय का तरीका नहीं
हाल ही में एडीजी (अजाक) के पद से सेवानिवृत्त हुए राजेश गुप्ता का भी बचपन से ज्योतिष ( Astrology ) का शौक पुलिस सेवा में आने के बाद भी कम होने की जगह बढ़ता ही गया। ऋषि कुमार शुक्ला तो ज्योतिष में शोध को बढ़ाने में लगे हैं। उनका कहना है, ज्योतिष भविष्य बताने के नाम पर डराने और उपाय बताने का विषय नहीं है। एसएस लाल ने ज्योतिष पर पुस्तकें भी लिखी हैं। कई आईएएस अधिकारियों को भी इसी तरह का शौक रहा है। इनमें डीएस माथुर, जेएस माथुर, राकेश साहनी आदि का नाम शामिल हैं। ऋषि कुमार शुक्ला बताते हैं कि काल को समझने का प्रयास, तो समस्त मानवीय तलाशों में सबसे ऊपर रहा है। भविष्य को जानने की इच्छा ही मनुष्य को कर्म की ओर प्रेरित करती है। भविष्य को कैसे सुधारा जाए, इसमें पूरा विज्ञान लगा है।
लगातार सीखने की रहती है कोशिश
सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजेश गुप्ता का मानना है कि उनका संपर्क लंबे समय से ज्योतिष पर काम करने वाले लोगों से रहा है। उनके पिता को भी शौक था। वह आईएफएस अधिकारी थे। कोई प्राकृतिक और छिपी हुई चीज को जानना और समझना मेरा शौक है, जिसमें रेकी और होम्योपैथी भी शामिल है। इसके लिए पुस्तकों का भी अध्ययन करता रहता हूं।
ज्योतिष के प्रति जिज्ञासा के साथ बढ़ी सीखने की ललक
ज्योतिष में रुचि को लेकर सेवानिवृत्त डीजीपी एसएस लाल बताते हैं कि कुछ जिज्ञासा होती है बचपन से। कोई संगति मिल जाती है तो उसमें आगे बढ़ जाते हैं। आईआईटी कानपुर में जब इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था, तो वह कुछ विद्यार्थी हाथ देखकर भविष्य बताते थे। हमें भी जिज्ञासा हुई। सेवा में आने पर मैं भिंड में एएसपी था। वहां, हिंदी के प्राध्यापक डॉ. एसएस शर्मा ने मेरे विवाह और ट्रांसफर को लेकर जो संभावना जताई, वह सही निकली। इसके बाद मैंने उनसे सीखना प्रारंभ किया। राकेश साहनी के साथ बिजली विभाग में काम किया। वह भी इस विषय को लेकर जिज्ञासु थे। मैंने भी ज्योतिष शास्त्र को लेकर दो पुस्तकें भी लिखी हैं।