झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के लिए यह एक सकारात्मक खबर है। नए साल 2025 से उनके मानदेय में 4% वृद्धि की जाएगी, जिससे 58,000 पारा शिक्षकों को लाभ होगा। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 2025 से 2027 तक के लिए मानदेय वृद्धि की योजना तैयार कर ली है।
मुख्य बिंदु
1. 4% की वृद्धि: जनवरी 2025 से यह बढ़ोतरी लागू होगी।
2. मानदेय गणना का आधार: 29 सितंबर 2023 को हुई आकलन परीक्षा के परिणाम के आधार पर मासिक मानदेय तय किया गया है।
3. पिछली वृद्धि: इससे पहले, 2023 में भी मानदेय में 4% वृद्धि की गई थी।
4. लाभार्थी: इस योजना से 58,000 पारा शिक्षकों को सीधा लाभ मिलेगा।
यह पहल राज्य के शिक्षा क्षेत्र में काम कर रहे शिक्षकों को प्रोत्साहन प्रदान करेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में मदद करेगी। झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए मानदेय में 4% की बढ़ोतरी के बाद उनकी सैलरी में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिलेगा। यहां पूरी जानकारी दी गई है कि किस श्रेणी के शिक्षक को कितना मिलेगा:
वर्तमान और बढ़ी हुई सैलरी (2025 से)
1. टीईटी पास पारा शिक्षक (छठी से आठवीं)
• वर्तमान सैलरी: ₹23,400
• 2025 में बढ़ी सैलरी: ₹25,200
• 2027 में: ₹27,000
2. टीईटी पास पारा शिक्षक (पहली से पांचवीं)
• वर्तमान सैलरी: ₹21,800
• 2025 में बढ़ी सैलरी: ₹23,530
3. प्रशिक्षित पारा शिक्षक (छठी से आठवीं)
• वर्तमान सैलरी: ₹18,940
• 2025 में बढ़ी सैलरी: ₹20,384
4. प्रशिक्षित पारा शिक्षक (पहली से पांचवीं)
• वर्तमान सैलरी: ₹17,472
• 2025 में बढ़ी सैलरी: ₹18,816
5. आकलन परीक्षा पास करने वाले शिक्षक
• वर्तमान सैलरी: ₹21,788
• 2025 में बढ़ी सैलरी: ₹20,112 (प्रशिक्षित 1-5 को)
• 2027 में:
• प्रशिक्षित शिक्षक: ₹20,160
• आकलन परीक्षा पास करने पर: ₹21,552
निष्कर्ष
• सैलरी में हर साल बढ़ोतरी से पारा शिक्षकों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
• 2027 तक, टीईटी पास पारा शिक्षकों को ₹27,000 तक सैलरी मिलने की संभावना है।
• यह योजना झारखंड के शिक्षकों को बेहतर भविष्य और स्थिरता प्रदान करेगी।
झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए यह एक और सकारात्मक पहल है, जहां ईपीएफ (Employees’ Provident Fund) की सुविधा को उनके मानदेय के साथ जोड़ा जा रहा है। इससे न केवल शिक्षकों की बचत को बढ़ावा मिलेगा बल्कि उन्हें भविष्य में पेंशन और अन्य लाभ भी प्राप्त होंगे।
मुख्य बिंदु
1. UAN (Universal Account Number) जेनरेशन
• झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिलों से शिक्षकों का UAN नंबर जेनरेट करके रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
• जिन शिक्षकों का UAN नंबर तैयार हो चुका है, उन्हें मानदेय जारी कर ईपीएफ की पहली किस्त काटी जाएगी।
• जिनका UAN नंबर अब तक नहीं बना है, उन्हें जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया है।
2. ईपीएफ कटौती और योगदान
• शिक्षकों के मानदेय से 13% (₹1950) की कटौती की जाएगी।
• राज्य सरकार भी 13% (₹1950) का योगदान देगी।
• कुल मिलाकर शिक्षकों के ईपीएफ अकाउंट में हर महीने ₹2950 जमा होंगे।
3. अतिरिक्त लाभ
• ईपीएफ की यह राशि शिक्षकों की बचत को बढ़ाने में मदद करेगी।
• यह कदम शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित करेगा और उन्हें पेंशन, लोन और अन्य वित्तीय लाभों का रास्ता प्रदान करेगा।
प्रभाव
• आर्थिक सुरक्षा: ईपीएफ से शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
• मानदेय में पारदर्शिता: UAN नंबर के जरिए मानदेय प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
• भविष्य का निवेश: हर महीने जमा होने वाले ₹2950 से पारा शिक्षक लंबे समय में एक बड़ी पूंजी बना सकेंगे।
झारखंड सरकार का यह कदम शिक्षकों को प्रोत्साहन देने और उनके वित्तीय स्थायित्व को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।