महिला को digital arrest कर डेढ़ करोड़ ठगने वाले पकड़ाए

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर के उद्योगपति की बहू के साथ 15 दिन पहले 1 करोड़ 60 लाख की ठगी हो गई थी। आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट ( digital arrest ) करते हुए शेयर कारोबारी महिला से अकाउंट में रुपए ट्रांसफर कराए थे। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। सिम देने वाले और अकाउंट में रुपए डलवाने वाले कुल 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। दो सूरत और 2 सतना से (पिता-पुत्र) को गिरफ्तार किया गया हैं।

digital arrest कर की थी 1 करोड़ 60 लाख की ठगी

क्राइम ब्रांच की टीम ने वंदना गुप्ता के साथ हुए डिजीटल अरेस्ट ( digital arrest ) मामले में अभिषेक, प्रतीक निवासी सूरत, गुजरात, पिता-पुत्र चंद्रभान बंसल और राकेश कुमार बंसल निवासी ग्राम धतूरा जिला मैहर को गिरफ्तार किया गया। क्राइम ब्रांच के मुताबिक वंदना गुप्ता द्वारा ट्रांसफर किए गए रुपए आरोपियों के अकाउंट में ही आए थे। जिस सिम से वंदना को कॉल किया गया, वह भी आरोपियों के नाम से मिली थी। प्रांरभिक जानकारी के अनुसार वंदना के साथ हुई वारदात को मलेशिया में बैठे ठगों ने अंजाम दिया हैं। इस मामले में सतना से भी दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वंदना गुप्ता शेयर का कारोबार करती हैं। उनके साथ 1 करोड़ 60 लाख की ठगी हुई थी। ठग ने पहले बैंक अफसर बनकर कॉल किया। फिर सीबीआई अफसर से उनकी बात कराई। बाद में मुंबई के एक थाने से उनसे संपर्क कर अफसर ने बात की। इसमें उन्हें स्काय एप डाउनलोड करवाकर कैमरे के सामने डिजीटल अरेस्ट किया गया था। क्राइम ब्रांच के अफसर पूरे मामले में जल्द खुलासा करेंगे।

किराए पर लिए थे अकाउंट

इस मामले में पुलिस ने मैहर में रहने वाले राकेश बंसल और उसके पिता को पकड़ा है। राकेश के पिता के अकाउंट में ठगी की राशि में से 10 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। वहीं सूरत के प्रतीक और अभिषेक के अकाउंट में 5 लाख का ट्रांजैक्शन हुआ है। वहीं अन्य आरोपियों के खातों में भी रुपए जाने की जानकारी मिली हैं। पुलिस ने सभी अकाउंट सीज करवा दिए हैं। वही आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उनसे कमीशन या अन्य किस लालच के चलते अकाउंट किराए पर लिए गए थे।