ठिठुरा एमपी: पचमढ़ी में जमी बर्फ, 16 जिलों में Cold wave का अलर्ट

स्वतंत्र समय, भोपाल/नर्मदापुरम

मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कई जिलों में पारे ने 7 डिग्री तक गोता लगा दिया। मध्यप्रेश मौसम विभाग का कहना है कि इस सप्ताह ऐसी ही बर्फीली हवाएं ( Cold wave ) चलने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन के साथ ही प्रदेश के 16 जिलों में शीतलहर चलने का अलर्ट है। पचमढ़ी में पारा गिरकर 1.8 तक पहुंच गया। पचमढ़ी में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गईं।

पश्चिमी विक्षोभ से Cold wave मध्यप्रदेश में सक्रिय है

मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार रात को भोपाल में पारा गिरकर 7 डिग्री से नीचे, इंदौर में 8.5 डिग्री तो ग्वालियर में 6 डिग्री दर्ज किया गया। आज भी इंदौर, भोपाल और उज्जैन में कोल्ड वेव ( Cold wave ) चलने के आसार हैं। इसके साथ ही जबलपुर, धार, आगर, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में कडक़ सर्द हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार ‘पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दीली हवाएं मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं।’ पचमढ़ी में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान गिरकर 1.8 डिग्री दर्ज किया गया। एक दिन पहले पचमढ़ी में 3.5 डिग्री न्यूनतम तापमान था। पचमढ़ी क्षेत्र में कई स्थानों पर बर्फ भी जम गई। बुधवार सुबह 7 बजे जब टैक्सी ड्राइवर ने अपनी टैक्सी पर्यटकों के लिए निकालना शुरू किया तो इन पर बर्फ जमी थी। घास के मैदानों में ओस की बूंदें जम गईं।

भोपाल-इंदौर में 9 बजे से लगेंगे स्कूल

कड़ाके की ठंड की वजह से भोपाल और इंदौर में स्कूलों की टाइमिंग 1 घंटा बढ़ा दी गई है। अब कोई भी स्कूल सुबह 9 बजे से पहले नहीं लगेगा। डीईओ एनके अहिरवार ने बुधवार को सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों के लिए यह निर्देश जारी कर दिए। वहीं इंदौर के प्रभारी कलेक्टर व निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने बताया कि स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। पहली से आठवीं तक के स्कूल 9 बजे बाद ही शुरू होंगे। आदेश जारी कर दिए गए है। यह परिवर्तन तत्काल प्रभाव से लागू होगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के आदेश के बाद गुरुवार से ही सभी स्कूल नए समय पर लगेंगे। सभी विद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे इस आदेश का पालन करें और विद्यार्थियों की भलाई के लिए उचित कदम उठाएं। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह सभी शासकीय, अशासकीय और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। प्रशासन ने ये कदम ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया है।