स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) ने शुक्रवार अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर भोपाल संभाग के कुल 758 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में हुए कार्यक्रम में भोपाल के 5 विकास कार्यों का भूमि पूजन हुआ। इनकी लागत 17.59 करोड़ रुपए है।
CM Mohan Yadav ने विकास कार्यों का वर्चुअली किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने भोपाल के अलावा रायसेन, विदिशा, राजगढ़ और सीहोर जिलों के भी विकास कार्यों का भी वर्चुअली भूमि पूजन और लोकार्पण किया। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल आने वाले रास्तों को गौरवशाली अतीत से जोडऩे की जरूरत है। भोपाल प्रवेश के लिए एक द्वार राज विक्रमादित्य और एक द्वार राजा भोज के नाम पर बनाया जाना चाहिए। जिन्होंने भोपाल से निकलकर पूरे देश में पहचान बनाई। इससे पहले मुख्यमंत्री ने रातापानी टाइगर रिजर्व का भी लोकार्पण करते हुए कहा-इतने करीब टाइगर रिजर्व होने पर उन्होंने कहा- हमारे भोपाल की कई सडक़ें ऐसी हैं जहां दिन में आदमी चलते हैं और रात में बाघ। यह बात सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
जंगल का असली राजा खुद शिकार करने वाला टाइगर: सीएम
सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को प्रदेश के 8वें टाइगर रिजर्व रातापानी का लोकार्पण किया। भोपाल, सीहोर और रायसेन जिले के युवाओं की एक विरासत से विकास की अनूठी दौड़ बाइक रैली में सीएम और एक्टर रणदीप हुड्डा ने खुद बुलेट चलाई। यह रैली भोपाल के कोलार रोड स्थित गोल जोड़ से शुरू होकर एकांत पार्क पहुंची। सीएम ने कहा-मुझे आज तक नहीं समझ आया कि टाइगर और लायन में जंगल का राजा लायन कैसे हो सकता है। जंगल का राजा तो टाइगर ही होता है। दोनों में मूल अंतर यह है कि टाइगर अपने भोजन के लिए खुद शिकार करता है। टाइगर रोज शाम को 4 बजे अपने एरिया की निगरानी करता है कि कहीं कोई घुसपैठिया तो नहीं आया। उसके उलटा लायन की जिंदगी में वह अपने परिवार में विश्वास करते हैं। वे परिवार में अपनी मादाओं के साथ रहता है। वह अपना शिकार खुद नहीं करता। बाकी लोग शिकार करते हैं, वह खाता है।
भोपाल में 5 विकास कार्यों का भूमि पूजन
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पर्यटन विकास निगम द्वारा 6.5 करोड़ की लागत से शासकीय केंद्रीय पुस्तकालय में हॉल का निर्माण।
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2.08 करोड़ रुपए में केंद्रीय जेल भोपाल में 5 मीटर ऊंची 150 मीटर लंबी इनरवाल का निर्माण कार्य।
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3 करोड़ रुपए की लागत से केंद्रीय जेल ओपाल में 4 बैरेक (2 डबल स्टोरी का निर्माण कार्य।
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1.47 करोड़ रुपए की लागत से शासकीय हाई स्कूल भवन हिरणखेड़ी, जिला भोपाल का निर्माण कार्य।
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4.5 करोड़ रुपए की लागत से एमवीएम महाविद्यालय में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा के भवन का निर्माण कार्य।